हावड़ा: कोलकाता, नार्थ और साउथ परगना, हावड़ा और हुगली जैसे अम्फान से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में 70 फीसदी से ज्यादा मोबाइल नेटवर्क प्रभावित है। वहीं बिजली भी गुल है। हालांकि टेलीकॉम सेक्टर के लोगों ने कहा है कि शुक्रवार शाम तक 80 फीसदी से ज्यादा नेटवर्क पास आ जाएगा। बताया गया है कि टावरों को सीधे नुकसान उतना ज्यादा नहीं है लेकिन पेड़ों के टूटने और बिजली गुल होने से नेटवर्क में दिक्कत आई है। लेकिन शुक्रवार शाम तक नेटवर्क सही से काम नहीं कर रहा है। अम्फान जाते- जाते भारी तबाही मचाकर गया है। इसने न सिर्फ पेय जल, बिजली बल्कि इंटरनेट सेवाओं से भी हावड़ावासियों को महरूम रखा है। दो दिन बीत जाने के बावजूद शहर के लोगों को न तो बिजली ही मिली है और न ही पानी ही नसीब हो रहा है। यहां तक कि इंटरनेट सेवा बंद होने से आम आदमी से लेकर प्रशासन के अधिकारियों तक को कार्य करने में असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। तूफान के कारण शहर से लेकर गांवो तक मोबाईल सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है। यहां तक कि हावड़ा के कई सरकारी कार्यालयों में कार्य ठप पड़ चुका है। दूसरी ओर चक्रवाती तूफान के कारण इलाकों की बत्तियां कल शाम से ही गुल हो चुकी है।
हावड़ा में विद्युत सेवा पूरी तरह चरमरा गई है। लोगों को पानी की समस्या गई है साथ ही साथ सबसे बड़ी समस्या लोगों को एक- दूसरे से संपर्क करने में हो रही है क्योंकि मोबाइल सेवा पूरी तरह से चरमरा गई है अधिकतर लोगों के मोबाइल स्विच ऑफ बता रहे हैं या नेटवर्क काम नहीं करने के कारण किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। जहां कोरोना वायरस के कारण लोग अपने घरों में हैं और बच्चों को स्कूलों की ओर से ऑनलाइन क्लास कराई जा रही थी लेकिन इंटरनेट काम नहीं करने के कारण यह सेवा भी कल से पूरी तरह ठप हो चुकी है। वहीं बंगाल के रहने वाले लोगों के रिश्तेदारों से संपर्क ना हो पाने के कारण और गंभीर चिंता में पड़े हुए हैं।
दूसरी ओर बिजली अधिकारियों का कहना है कि हाईटेंशन तार कई जगहों के कट गये हैं साथ ही कई इलाकों के ट्रांसफार्मरों में पानी घुस जाने के कारण बिजली स्वतः बंद हो गई है।
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