कोरोना की वजह से दुनिया के कई देशों में फंसे प्रवासी लोगों को स्वदेश लाने के लिए भारत ने वंदे भारत मिशन शुरू कर दिया है. हवाई मार्ग के साथ-साथ समुद्री जहाज से भी लोगों को लाया जा रहा है. मालदीव से आईएनएस जलश्व के जरिए 698 भारलीयों को स्वदेश लाया जा रहा है.
ऑपरेशन आईएनएस जलश्व मालदीव में फंसे 698 भारतीय लोगों को लेकर स्वदेश लौट रहा है. आईएनएस जलश्व के जरिए 698 लोगों को सुरक्षित लाया जा रहा है जिसमें 595 पुरुष और 103 महिलाएं शामिल हैं. इन 103 महिलाओं में 19 महिलाएं गर्भवती हैं.
INS Jalashwa has set sail from Male, Maldives bringing back 698 Indian nationals. According to the Indian Navy, there are 19 pregnant women among the 698 Indian nationals being brought back from the Maldives. This includes 595 males and 103 females on board the ship. pic.twitter.com/fK7BHNXhQy— ANI (@ANI) May 8, 2020
आईएनएस जलश्व ने मालदीव की राजधानी माले में फंसे 698 भारतीय नागरिकों को वापस लाने का काम शुरू कर दिया है. भारतीय नौसेना के अनुसार, मालदीव से वापस लाए जा रहे भारतीय नागरिकों में 19 गर्भवती महिलाएं भी हैं.
सूत्रों का कहना है कि आईएनएस जलश्व और आईएनएस मगर को मालदीव में फंसे 1,800 से 2,000 भारतीय लोगों को सुरक्षित स्वदेश लाने के ऑपरेशन में लगाया गया है. इसके जरिेए 4 यात्राएं की जाएंगी जिसमें 2 कोच्चि से और 2 तूतीकोरिन से होंगी.
सूत्र बताते हैं कि मालदीव से लाने के लिए प्राथमिकता तय कर दी गई है. सबसे पहले चिकित्सा से जुड़े मामले, वरिष्ठ नागरिकों, परिवार की आपात स्थिति और बेरोजगार लोगों को भारत लाया जाएगा.
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