पूरी दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रही है. दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन है, जिसकी वजह से आर्थिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है. इस बीच, पाकिस्तान ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल को-ऑपरेशन (SAARC) से मदद मांगी है. पाकिस्तान ने सार्क से 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मांगी है.
पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को कोविड-19 आपातकालीन फंड से ये मदद मांगी. विदेश विभाग की तरफ से जारी बयान में कहा गया, 'पाकिस्तान के फैसले को सार्क सेक्रेटिएट को बताते हुए यह कहा गया है कि उनके अधीन फंड की सारी प्रक्रिया हो और इस फंड के उपयोग की औपचारिकताएं सार्क चार्टर के मुताबिक सदस्य देशों के विचार-विमर्श के जरिए किया जाना चाहिए.
इस संबंध में पाकिस्तान की मांग को लेकर गुरुवार को विदेश सचिव सोहेल महमूद और सार्क के महासचिव एसला रुवान वेराकून के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान भी चर्चा हुई.
एक संस्थापक सदस्य होने के नाते, पाकिस्तान सार्क को क्षेत्रीय सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच मानता है. पाकिस्तान सार्क प्रक्रिया को लेकर प्रतिबद्ध है और क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने के लिए सदस्य देशों के साथ काम करना जारी रखेगा.
बता दें कि 15 मार्च को इसके सदस्य देशों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान भारत की तरफ से शुरुआत में दिए गए 10 मिलियन डॉलर यानी करीब 76 करोड़ रुपये के बाद सार्क कोविड-19 फंड बनाया गया था.