कर्नाटक के बेंगलुरु में लॉकडाउन व शारीरिक दूरी के नियमों को ताक पर रखते हुए शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी के बेटे निखिल कुमारास्वामी व कांग्रेस के पूर्व आवासीय मंत्री एम कृष्णप्पा की पोती रेवती का विवाह धूमधाम से संपन्न हुई। इस समारोह के आयोजन में जिस तरह लॉकडाउन व शारीरिक दूरी के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई उससे प्रशासन की व्यवस्था पर कई सवाल भी खड़े हुए। हालांकि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वत्थनारायण ने इस पर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने बताया, 'मैंने रामनगर डिप्टी कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है। मैं पुलिस सुपरिंटेंडेंट से बात करूंगा, हमें इसपर कार्रवाई करनी होगी।'
पहले कहा गया था कि इस शादी के समारोह में अधिक लोग नहीं शामिल होंगे, लेकिन जारी तस्वीरों में पूरी तरह लॉकडाउन उल्लंघन दिख रहा है।
2019 में राजनीति के क्षेत्र में कदम रखने वाले निखिल ने मंड्या लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। निखिल ने कन्नड़ फिल्मों में डेब्यू किया। बता दें कि दोनों परिवार रामनगर के जनपडा लोक के पास इस समारोह का आयोजन करने वाले थे, लेकिन लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण इसे रद किया गया।
इस समारोह के लिए रामनगर में फार्म हाउस को पहले ही खूब सजाया गया था। शादी के इस आयोजन के लिए रामनगर जिला प्रशासन से भी अनुमति मिल गई थी। गुरुवार को कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री ने बताया था कि कुमारस्वामी के बेटे की शादी समारोह की निगरानी के लिए प्रशासन को सूचित किया गया है और यदि लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का किसी भी तरह से उल्लंघन हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले कर्नाटक के ही टुमकुर जिले के तुरुवेकेर से भाजपा विधायक एम जयराम (M Jayaram) ने लॉकडाउन के नियमों की कुछ इसी तरह धज्जियां उड़ाई थी। उन्होंने ग्रामीणों के साथ अपना जन्मदिन मनाया। मौके पर केक और बिरयानी लोगों में बंटवाई। उन्होंने वहां मौजूद बिन मास्क के बच्चों के हाथों में केक का टुकड़ा दिया और साथ ही सभी को बिरयानी भी खिलाई।
नॉवेल कोरोना वायरस केे संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन 3 मई तक जारी है। इसके तहत लोगों को मास्क पहनना और शारीरिक दूरी के नियमों को लेकर सख्ती बरतने के आदेश दिए गए हैं।