प्याज कीमतों पर एक्शन में सरकार, कई देशों से आयात करने की तैयारी


प्याज की आवक कम होने से इसकी कीमत फिर 80 रुपये प्रति किलो के करीब पहुंच गई है. हालांकि, सरकार इस बार मुस्तैद दिख रही है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अन्य देशों से प्याज के आयात को बढ़ावा देगी, ताकि इसकी कीमतों में कमी आए.

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, यह फैसला लिया गया है कि प्याज के आयात को बढ़ावा दिया जाए. यह फैसला मंगलवार को हुई अंतर-मंत्रालय समिति की बैठक में लिया गया. समिति ने प्याज की उपलब्धता और कीमतों की फिर से समीक्षा की.

किन देशों से आएगा प्याज

अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान स्थित भारतीय मिशनों को भारत को प्याज की आपूर्ति के लिए कहा गया है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही 80 से 100 कंटेनरों में प्याज भारत पहुंचेगी. प्याज के आयात का निर्णय लिया जाना इसकी घरेलू उपलब्धता पर्याप्त न होने का संकेत है. सरकार महाराष्ट्र एवं अन्य दक्षिणी राज्यों से उत्तर भारत में प्याज की आपूर्ति का प्रयास कर रही है.  

गौरतलब है कि बेमौसम बारिश और आवक कम होने के कारण एक बार फिर प्याज के दाम आसमान छूने लगी हैं. कुछ दिन पहले तक 50 रुपये किलो बिकने वाला प्याज आज 80 रुपये किलो बिक रहा है. सोमवार को दाम 70 रुपय किलो था. आने वाले समय में प्याज के दाम में और बढ़ोतरी की संभावना है.

क्यों बढ़ रही प्याज की कीमत

किसानों का कहना है कि मार्केट में प्याज की कमी के कारण दाम में इजाफा हो रहा है. आने वाले 10-15 दिनों तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते मंडियों में प्याज और टमाटर की आपूर्ति में काफी अड़चन आ रही है. इस वजह से प्याज और टमाटर के दामों में इजाफा हो गया है. जब प्याज थोक मंडी से रिटेल बाजार में जाती है, तो इसके दाम 60 से 70 रुपये प्रति किलोग्राम हो जाते हैं. वहीं टमाटर रिटेल मार्केट में इन दिनों 70 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है.

हाल ही में केंद्र सरकार ने प्याज और दालों के दाम को नियंत्रण में रखने के लिए नैफेड को बफर स्टॉक से दाल और प्याज की सप्लाई जारी रखने का निर्देश दिया था.

प्याज की आवक कम होने से इसकी कीमत फिर 80 रुपये प्रति किलो के करीब पहुंच गई है. हालांकि, सरकार इस बार मुस्तैद दिख रही है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अन्य देशों से प्याज के आयात को बढ़ावा देगी, ताकि इसकी कीमतों में कमी आए.

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अनुसार, यह फैसला लिया गया है कि प्याज के आयात को बढ़ावा दिया जाए. यह फैसला मंगलवार को हुई अंतर-मंत्रालय समिति की बैठक में लिया गया. समिति ने प्याज की उपलब्धता और कीमतों की फिर से समीक्षा की.

किन देशों से आएगा प्याज

अफगानिस्तान, मिस्र, तुर्की और ईरान स्थित भारतीय मिशनों को भारत को प्याज की आपूर्ति के लिए कहा गया है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही 80 से 100 कंटेनरों में प्याज भारत पहुंचेगी. प्याज के आयात का निर्णय लिया जाना इसकी घरेलू उपलब्धता पर्याप्त न होने का संकेत है. सरकार महाराष्ट्र एवं अन्य दक्षिणी राज्यों से उत्तर भारत में प्याज की आपूर्ति का प्रयास कर रही है.  

गौरतलब है कि बेमौसम बारिश और आवक कम होने के कारण एक बार फिर प्याज के दाम आसमान छूने लगी हैं. कुछ दिन पहले तक 50 रुपये किलो बिकने वाला प्याज आज 80 रुपये किलो बिक रहा है. सोमवार को दाम 70 रुपय किलो था. आने वाले समय में प्याज के दाम में और बढ़ोतरी की संभावना है.


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