झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में काफी बेहतर मतदान हुआ. छह जिलों की 13 सीटों पर 64.12% प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य में छिटपुट हिंसा को छोड़ दें तो मतदान शांतिपूर्ण रहा. गढ़वा में नक्सलियों ने एक पुल को उड़ा दिया. सबसे ज्यादा मतदान बिशनपुर विधानसभा में हुआ जहां कुल 67.04 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
पहले चरण में झारखंड के 6 जिलों की 13 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं ने 189 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद किया. सबसे अधिक 28 उम्मीदवार भवनाथपुर सीट से चुनाव लड़ रहे थे.
इस वजह से देर तक चली वोटिंग
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग संपन्न, पहले चरण में कुल 64.12% प्रतिशत मतदान हुआ. मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय चौबे ने बताया कि आधिकारिक रूप से वोटिंग 3 बजे तक होनी थी लेकिन लोगों के लाइन में लगे होने की वजह से वोटिंग 3 बजकर 45 मिनट तक चली.
माओवादियों ने किया बम विस्फोट
बिशनपुर विधानसभा क्षेत्र में दहशत के बीच बंपर वोटिंग हुई. कठठोकवा गांव में माओवादियों ने चार शक्तिशाली बम विस्फोट किए. उनकी मंशा पुल को उड़ाने की थी. लेकिन एक ओर जहां नक्सलियों की यह मंशा फेल हुई और पुल को हल्की क्षति पहुंची वहीं दूसरी ओर मतदाताओं ने उस इलाके में जमकर वोट डाले.
इस घटना में अबतक किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है. गुमला के डिप्टी कमिश्रनर शशि रंजन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हमले की वजह से मतदान पर कोई असर नहीं पड़ा है. पुलिस ने इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
कांग्रेस प्रत्याशी ने लहराया तमंचा
झारखंड के पलामू में कोसियारा गांव के पोलिंग बूथ पर बीजेपी और कांग्रेस के समर्थकों के बीच झड़प हो गई. इसी बीच कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी केएन त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और बीजेपी के समर्थकों पर तमंचा तान दिया. कांग्रेस उम्मीदवार त्रिपाठी काफी देर तक तमंचा लहराते रहे. बताया जा रहा है कि त्रिपाठी बूथ के अंदर जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन बीजेपी के समर्थकों ने उनका रास्ता रोक दिया और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. इससे त्रिपाठी नाराज हो गए और अपनी बंदूक बाहर निकाल ली. बाद में त्रिपाठी को हिरासत में ले लिया गया.
189 प्रत्याशी आजमा रहे थे किस्मत
झारखंड में पहले चरण में 13 सीटों पर 189 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे. कुल 37,83,055 मतदाता प्रथम चरण में मतदान के योग्य थे. जिनमें से 62.87 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. भवनाथपुर विधानसभा सीट पर 28 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे, जो पहले चरण में किसी सीट पर सबसे ज्यादा हैं. इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव और पूर्व मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार भानु प्रताप शाही शामिल थे.
इन सीटों पर हुआ मतदान
झारखंड का काफी हिस्सा नक्सल प्रभावित है, यही कारण है कि झारखंड में इस बार पांच चरण में मतदान होना है. पहले चरण के लिए शनिवार यानी 30 नवंबर को वोट डाले गए. शनिवार को कुल 13 सीटों पर मतदान हुआ. शनिवार को जिन सीटों पर मतदान होना है, उनमें चतरा, गुमला, बिष्णुपुर, लोहरदागा, मनिका, लातेहार, पांकी, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा, भवनाथपुर शामिल हैं.