हैदराबाद गैंगरेप-हत्या मामले में लोगों का फूटा गुस्सा, पुलिस पर फेंके जूते-चप्पल

 -चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत 
-लोगों ने हैदराबाद-बेंगलुरु हाईवे जाम किया, दिल्ली में संसद के सामने स्कूली छात्रा ने धरना दिया
-स्थानीय बार काउंसिल ने कहा- कोई वकील आरोपियों की पैरवी नहीं करेगा, न ही कानूनी मदद देगा
हैदराबादः  तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. कोर्ट के आदेश के बाद, आरोपियों को शादनगर पुलिस थाने से चंचलगुडा जेल पहुंचाया गया. इस घटना के बाद से देशभर में आक्रोश है.  गैंगरेप और हत्या की वारदात जिसने भी सुनी दिल दहल गया और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की मांग की. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और निकाय प्रशासन मंत्री के टी रामा राव ने कहा कि वह मामले पर व्यक्तिगत तौर पर नजर रखेंगे.  तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला डॉक्टर से रेप की वीभत्स घटना सामने आने के बाद शनिवार को बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतरे. आक्रोशित लोगों ने उस थाने के बाहर प्रदर्शन किया, जहां महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार और हत्या के आरोपियों को बंद किया गया था. शादनगर थाने में घुसने की कोशिश कर रही भीड़ को पुलिस ने जब रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर लोगों ने चप्पलें भी चलाईं. प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की. बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी शादनगर पुलिस थाने के बाहर एकत्रित हुए और आरोपियों के खिलाफ नारेबाजी की. इनमें से कुछ लोगों ने मांग की कि आरोपियों को मौत की सजा दी जाए. एक व्यक्ति ने कहा कि यदि उन्हें अदालत ले जाया जाता है तो यह पर्याप्त नहीं होगा. उनसे वैसा ही व्यवहार होना चाहिए जैसा उन्होंने पीड़िता के साथ किया. एक अन्य व्यक्ति ने कहा, यदि आप वैसा नहीं कर सकते तो उन्हें हमें सौंप दें. इसी बीच भारी संख्या में लोग थाने में घुसने की कोशिश करने लगे. पुलिस ने जब बलपूर्वक भीड़ को रोकने की कोशिश की तो लोगों ने पुलिस पर ही चप्पलों की बारिश कर दी. पुलिस ने किसी तरह लोगों को काबू किया.  पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिलाया कि वे आरोपियों की 100 फीसदी दोष सिद्धि सुनिश्चित करेंगे और लोगों से सहयोग करने का अनुरोध किया.  इस बीच, स्थानीय बार एसोसिएशन ने आरोपियों की पैरवी से इनकार कर दिया. बार एसोशिएसन ने कहा कि कोई भी वकील अदालत में चारों आरोपियों की पैरवी करने नहीं जाएगा और उन्हें कानूनी सहायता भी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी. दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को महबूबनगर के फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने कोर्ट में आरोपियों की पेशी के दौरान सुरक्षा बढ़ा दी थी. मंडल के एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट ने भी शादनगर पुलिस थाने में आरोपियों से पूछताछ की.  महिला डॉक्टर से दरिंदगी का मामला शुक्रवार को सुर्खियों में आया. इसके बाद साइबराबाद पुलिस ने चार आरोपियों, मोहम्मद अरीफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु को गिरफ्तार किया. आरिफ की उम्र 26 साल है, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल है. सभी की गिरफ्तारी नारायणपेट जिले से हुई. ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर हैं, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी. इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था. डॉक्टर की हत्या और दुष्कर्म के खिलाफ हैदराबाद में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बेंगलुरु हाईवे जाम कर दिया. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी शामिल हुए. राजधानी दिल्ली में भी घटना के बाद महिला सुरक्षा के मुद्दे पर छात्रा ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया. इस बीच, शनिवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा पीड़ित के परिवार से मिलने पहुंचीं. उन्होंने बताया कि परिवार पुलिस के रवैये से नाराज है. पुलिस अपने क्षेत्राधिकार को लेकर लड़ रही थी, इस वजह से कार्रवाई में देरी हुई. अगर पुलिस तेजी दिखाती, तो उन्हें बचाया जा सकता था. उन्होंने कहा, हमारे पास एक न्यायिक व्यवस्था है, जिसका हम पालन करेंगे, लेकिन इसमें देरी नहीं होनी चाहिए और दोषियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए. मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए. तेलंगाना की राज्यपाल डॉ. तमिलिसई सुंदरराजन ने भी पीड़ित के परिजन से मुलाकात की.

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