कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सचिवालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वह इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं लेकिन कुछ लोग न्याय नहीं बल्कि सत्ता की कुर्सी चाहते हैं. ममता बनर्जी का यह बयान उस वक्त आया जब आरजी कर कांड के विरोध में जूनियर डॉक्टर लगातार धरने पर बैठे हुए हैं. ममता बनर्जी ने गुरुवार को नवान्न में पत्रकारों से कहा, "मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं, लेकिन वे न्याय नहीं, बल्कि कुर्सी चाहते हैं. मैं तिलोत्तमा के लिए न्याय चाहती हूं. तीन दिनों तक मैं समाधान नहीं निकाल सकी, इसके लिए बंगाल की जनता से माफी मांगती हूं."
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक करने की कोशिश की थी, लेकिन उनके दो प्रमुख शर्तों के कारण बैठक नहीं हो सकी. डॉक्टर चाहते थे कि बैठक का सीधा प्रसारण हो और 30 प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाए. राज्य सरकार ने इन शर्तों पर आपत्ति जताई, जिसके कारण बैठक विफल हो गई. ममता ने कहा, "मैं तीन दिनों में समाधान निकालने में विफल रही. जो नवान्न के सामने आकर भी बैठक में शामिल नहीं हुए, उन्हें मैं माफ करती हूं. मुझे बहुत अपमानित किया गया। मेरी सरकार का भी अपमान हुआ."
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को कार्रवाई करने की अनुमति दी थी, लेकिन उन्होंने अब तक कोई कदम नहीं उठाया. उन्होंने कहा, "कई लोग इलाज से वंचित हैं, और अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे मेरा दिल टूट रहा है. वे छोटे हैं, मैं उन्हें माफ कर रही हूं." ममता ने कहा कि अगर जूनियर डॉक्टर बैठक करना चाहते हैं, तो मुख्य सचिव और नवान्न के अन्य अधिकारी उनकी बात सुन सकते हैं लेकिन वह खुद अब इस चर्चा में शामिल नहीं होंगी.
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