प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (3 जनवरी) को कहा कि लक्षद्वीप एक छोटा द्वीपसमूह है, लेकिन इसका दिल बड़ा है. पीएम मोदी का यह बयान केंद्र शासित लक्षद्वीप में 1,150 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद आया है. प्रधानमंत्री ने कहा, "भले ही लक्षद्वीप क्षेत्रफल में छोटा है, लेकिन इसका दिल बहुत बड़ा है. मैं यहां मिल रहे प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं और मैं आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं."
पीएम मोदी ने द्वीपसमूह के लिए ऐसे समय में परियोजनाओं का उद्घाटन किया था, जब हाल ही में यहां सरकार की ओर से शुरु किए गए सुधारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे. परियोजनाओं को एक समारोह में लॉन्च किया गया. इस समारोह में महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों द्वीपवासी शामिल हुए थे. इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने केंद्र की पिछली गैर-बीजेपी सरकारों पर कटाक्ष किया और कहा कि दशकों से उनकी एकमात्र प्राथमिकता सिर्फ अपनी पार्टी का विकास करना थी. इस दौरान इन राजनीतिक दलों ने दूर-दराज के राज्य, सीमावर्ती क्षेत्र, या जो समुद्र के मध्य भाग पर कोई ध्यान नहीं दिया.
पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 10 साल में हमारी सरकार ने सीमावर्ती और समुद्र क्षेत्रों को प्राथमिकता पर रखा है. उन्होंने कहा, "2020 में मैंने आपको गारंटी दी थी कि अगले 1,000 दिनों के भीतर आपको तेज इंटरनेट सुविधा मिलेगी और आज कोच्चि-लक्षद्वीप सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया है. अब लक्षद्वीप में इंटरनेट 100 गुना अधिक स्पीड से उपलब्ध होगा."
बता दें कि पीएम मोदी ने अगस्त 2020 में दिल्ली के लाल किले में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में इस परियोजना की घोषणा की थी. इसका उद्देश्य लक्षद्वीप द्वीप पर इंटरनेट की स्पीड को तेज करना है. अधिकारियों के अनुसार द्वीपों में इंटरनेट की गति अब 1.7 जीबीपीएस से 200 जीबीपीएस तक बढ़ जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने जिन परियोजनाओं को शुरू किया हैं उनमें कावारत्ती में सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल है. यह लक्षद्वीप में पहली बैटरी समर्थित सौर ऊर्जा परियोजना है. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कल्पेनी में प्राइमरी हेल्थ फैसेलिटी के नवीनीकरण और एंड्रोथ, चेटलाट, कदमत, अगत्ती और मिनिकॉय के पांच द्वीपों में पांच आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण की आधारशिला भी रखी.
Post a Comment