तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों पर हमले का झूठा वीडियो शेयर करने के आरोपित यूट्यूबर मनीष कश्यप से अब तमिलनाडु पुलिस सवाल-जवाब करेगी. मंगलवार को कोर्ट की अनुमति के बाद तमिलनाडु पुलिस मनीष को अपने साथ ले गई है. सूत्रों के अनुसार, मनीष को विमान से तमिलनाडु ले जाया गया है. इसके पूर्व आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष से पांच दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी.
आर्थिक अपराध के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी आदिदेव की अदालत ने मनीष कश्यप के खिलाफ मंगलवार को प्रोडक्शन वारंट जारी किया. इस मामले में तमिलनाडु की पुलिस ने अदालत में आवेदन देकर मनीष कश्यप को तमिलनाडु की अदालत में पेश करने के लिए प्रोडक्शन वारंट देने का अनुरोध किया था. अदालत ने तमिलनाडु पुलिस को 31 मार्च तक मदुरई की अदालत में पेश करने का आदेश दिया है. मदुरई कोर्ट में पेशी के बाद तमिलनाडु पुलिस 15 दिनों की रिमांड मांगेगी.
बिहारियों पर हमले का फर्जी वीडियो जारी करने के मामले में तमिलनाडु में एक दर्जन प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसमें करीब छह कांडों में मनीष कश्यप को अभियुक्त बनाया गया है. इस मामले में ईओयू ने भी तीन प्राथमिकी दर्ज की है, जिसको लेकर उससे पांच दिनों तक रिमांड पर पूछताछ भी की गई. पूछताछ के आधार पर ईओयू की टीम उसके सहयोगियों की तलाश कर रही है.
मनीष के सहयोगी और यूट्यूब संचालक मणि द्विवेदी के साथ वीडियो प्रसारित करने में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह राजपूत की भी तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है. इसके अलावा ईओयू की तकनीकी टीम उसके यूट्यूब चैनल के कार्यालय में मिले डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच कर रही है. मनीष के करीबी गिरफ्तार नागेश सम्राट की इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल भी खंगाली जा रही है.
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