विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि उनके चीनी समकक्ष किन गैंग के साथ उनकी पहली बैठक में द्विपक्षीय संबंधों, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति के लिए मौजूदा चुनौतियों का समाधान करने पर बातचीत हुई. पूर्वी लद्दाख में 34 महीने से अधिक समय से चल रहे सीमा विवाद के बीच जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक से हटकर इसपर चर्चा हुई.
बता दें कि चीनी विदेश मंत्री की एस जयशंकर से पहली मुलाकात थी, क्योंकि उन्होंने दिसंबर, 2022 में चीनी विदेश मंत्री के रूप में पदभार संभाला है. चीनी विदेश मंत्री किन भारत द्वारा आयोजित जी-20 बैठक में भाग लेने के लिए गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंचे.
एस जयशंकर ने ट्वीट किया, 'जी-20 की विदेश मंत्रियों से इतर चीनी समकक्ष किन गैंग के साथ मुलाकात हुई. हमारे बीच द्विपक्षीय साझेदारी में आने वाली चुनौतियों और भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए चर्चा हुई.' उन्होंने कहा, 'हमने जी-20 एजेंडा के बारे में भी बात की.'
बता दें कि भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापित नहीं होगी, तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं. जयशंकर द्वारा बाली में तत्कालीन चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ G20 बैठक के मौके पर बैठक करने के लगभग आठ महीने बाद यह वार्ता हुई.
इससे पहले, पिछले साल सात जुलाई को एक घंटे की बैठक में जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग को पूर्वी लद्दाख में सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान की जरूरत से अवगत कराया था. विदेश मंत्री ने वांग से कहा था कि दोनों देशों के बीच संबंध आपसी सम्मान, आपसी संवेदनशीलता और आपसी हितों पर आधारित होने चाहिए. वांग पिछले साल मार्च में भारत आए थे.
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