बंगाल में स्कूल पिछले डेढ़ साल से बंद हैं। बच्चे कितनी पढ़ाई कर रहे हैं, इसका सही तरीके से मूल्यांकन नहीं हो पा रहा। इसे देखते हुए राज्य का शिक्षा विभाग आंतरिक मूल्यांकन पद्धति शुरू करने पर विचार कर रहा है। इसके तहत बच्चों को मूल्यांकन पर आधारित होमवर्क देने की तैयारी की जा रही है। पता चला है कि जितने दिन स्कूल नहीं खुलेंगे, उतने दिन नौवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए यह व्यवस्था की जाएगी।
ऐसे किया जाएगा मूल्यांकन
अभी बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं लेकिन उनके अभिभावक मिड डे मील लेने स्कूल आते हैं। उन्नके हाथों से मिड डे मील के साथ बच्चों के लिए होमवर्क भी घर भेजा जाएगा। बच्चों को वह होमवर्क को निर्धारित समय पर पूरा करके जमा करना होगा। उसके आधार पर स्कूल के शिक्षक नंबर देंगे। इसके दो फायदे हैं। पहला, बच्चे घरों में कितनी पढ़ाई कर रहे हैं, इसका सटीक मूल्यांकन हो जाएगा। दूसरा, अगले साल भी माध्यमिक परीक्षा होगी या नहीं, यह अभी तय नहीं है इसलिए इस पद्धति से मिले नंबर का माध्यमिक के नंबर के मूल्यांकन में इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दुर्गा पूजा के बाद स्कूल खोले जाने की संभावना जता चुकी हैं। शिक्षा विभाग अभी भी उसकी तैयारियों में भी जुट गया है। पता चला है कि पहले नवीं से 12वीं की कक्षा शुरू की जाएगी।
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