नरेंद्र मोदी कैबिनेट विस्तार (Narendra Modi Cabinet Expansion) में बिहार को निराशा हाथ लगी है। बिहार से दो नए मंत्री बनाए जा रहे हैं। इनमें एक हैं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह तो दूसरे हैं लोजपा पारस गुट के पशुपति कुमार पारस। चर्चा में कई नाम थे। लेकिन केवल दो को मंत्री बनाया गया। दोनों कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। इस बीच केंद्र में बड़ा मंत्रालय संभाल रहे रविशंकर प्रसाद (IT Minister Ravishankar Prasad) ने इस्तीफा दे दिया। इस पर लोगों को यकीन नहीं हो रहा।
आइटी मंत्रालय संभाल रहे थे रविशंकर
बता दें कि रविशंकर प्रसाद पार्टी के बड़े नेता हैं। आइटी मिनिस्टर के रूप में इनके कार्य को भ्ाी संतोषप्रद माना जा रहा था। लेकिन इस बीच उनका इस्तीफा देना लोगों को चौंका गया। हालांकि केंद्र के कई बड़े मंत्रियों ने भी इस्तीफा दिया है। सूत्रों का कहना है कि कामकाज की समीक्षा के बाद इन मंत्रियों से इस्तीफा हुआ है। प्रधानमंत्री की समीक्षा में कई मंत्री खरे नहीं उतर सके हैं। कहा यह भी जा रहा है कि अधिक उम्र वाले की जगह युवाओं को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री की कैबिनेट में आरा के सांसद आरके सिंह को प्रमोशन दिया है। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पहले वे ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) में थे। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के इस्तीफे की बात भी सामने आ रही थी। हालांकि बाद में स्पष्ट हुआ कि उनका इस्तीफा नहीं हुआ है।
कई नामों में से दो रहे भाग्यशाली
बता दें कि बिहार से पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी(Sushil Kumar Modi) , जदयू नेता ललन सिंह समेत कई अन्य नाम पर चर्चा हो रही थी। लेकिन सब पर विराम लग गया। हालांकि रविशंकर प्रसाद के इस्तीफे से भाजपा में भी चौंकने वाली स्थिति है। सुशील कुमार मोदी को ताे मंत्री बनाया नहीं गया ऊपर से रविशंकर प्रसाद का इस्तीफा। बता दें कि रविशंकर प्रसाद पूर्व में भी केंद्रीय मंत्रालय संभाल चुके हैं। वे पटना साहिब लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे हैं।
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