लॉकडाउन के दौरान महानगर की सड़कों पर कम संख्या में गाड़ियों की आवाजाही की वजह से कोलकाता नगर निगम को हर महीने में करोड़ों का नुकसान हो रहा है। यहां गौरतलब है कि लॉकडाउन के पहले जहां नगर निगम को प्रति माह एक करोड़ 60 लाख रुपये की आय पार्किंग के जरिए होती थी, मार्च के मध्य से उसमें काफी गिरावट आई है।
निगम के विभागीय सूत्रों की माने तो पिछले वर्ष मार्च महीने में जहां निगम को पार्किंग के जरिए 4 करोड़ की आय हुई थी उसकी तुलना में इस बार आय ना के बराबर हुई है। लॉकडाउन में ढील दिये जाने के बाद अब कोलकाता नगर निगम ने पार्किंग परिसेवा को पुन: बहाल किया है। निगम सूत्रों की मानें तो पिछले साल करीब सात करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इस बार नुकसान की राशि अभी तक तीन करोड़ है।
पार्किंग में दलाल राज खत्म करेगा निगम
निगम सूत्रों की मानें तो लॉकडाउन के दौरान निगम की पार्किंग परिसेवा बंद होने के कारण कई संगठन पार्किंग के नाम पर अधिक फीस वसूल रहे हैं। ऐसे में मामले की जांच की जा रही है और पुलिस को भी कार्रवाई करने के लिये कहा गया है। वहीं दूसरी ओर निगम टेब्लो के जरिये लोगों को पार्किंग से जुड़ी जानकारी 3 भाषाओं में देगा। टेब्लो पार्किंग फी के साथ ही कहां पर पार्किंग की जगह है इसकी भी जानकारी देगा।
लोगों की सहूलियत के लिये हेल्पलाइन नंबर भी दिया गया है। अगर किसी की कोई शिकायत है तो फोन कर उसकी जानकारी निगम को दे सकता है। अवैध पार्किंग से जुड़े दलाल राज को खत्म कर लोगों की मदद करने के प्रयास के लिये टेब्लो निकाला जा रहा है और कई टेब्लो महानगर की सड़कों पर घूम कर लोगों को जागरूक करेंगे।
पार्किंग ना होने से करोड़ों का नुकसान
-प्रशासक दल के सदस्य देवाशिष कुमार ने बताया कि पिछले डेढ़ साल से लगातार लॉकडाउन हो रहा है, इस वजह से कार पार्किंग भी कम हो रही है। ऐसे में निगम को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। नाइट पार्किंग परिसेवा अभी भी बंद है। इसके अलावा एजेंसियों को लेकर भी कई शिकायतें मिल रही हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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