जिले के सभी सरकारी अस्पतालों मेंं 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन होना है। साथ ही जनसंख्या नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 11 जुलाई से परिवार नियोजन पखवारा की शुरूआत की जाएगी। सदर अस्पताल से लेकर हरेक पीएचसी में 11 से 31 जुलाई तक परिवार नियोजन पखवारा चलेगा। और शिविर लगाकर समाज के हरेक वर्ग को जागरूक किया जाएगा। यह बातें सदर अस्पताल में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान सिविल सर्जन डॉ.निर्मला कुमारी ने कही।
आधुनिक साधनों का उपयोग
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से हरेक पांच साल पर नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे किया जाता है। बिहार में पांच साल पहले महिला प्रजनन दर 3.04 फीसद था। वर्ष 2019-20 में घटकर 3 फीसद हो गया। नवादा जिले में पांच साल पहले महिला प्रजजन दर 3.01 था। वर्ष 2019-20 में घटकर 3 फीसद हो गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनसंख्या नियंत्रण के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि आज लोग परिवार नियोजन के आधुनिक साधनों का उपयोग कर रहे हैं।
नवादा में यह है हाल
पांच साल पहले नवादा जिले में 29 फीसद लोग आधुनिक साधनों का इस्तेमाल कर रहे थे। आज 44.4 फीसद लोग इसे उपयोग कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण वर्ष 2020 के अप्रैल व मई माह में एक भी बंध्याकरण ऑपरेशन नहीं हुआ था। कोविड-19 संक्रमण को लेकर परिवार नियोजन काफी प्रभावित हुआ। लेकिन वर्ष 2021 में अप्रैल व मई माह में कुल 133 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया। जिले के 25 हेल्थ एंड वेलनेंस सेंटर में कॉपरटी लगाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई। 2021 जनवरी से जून माह तक 308 महिलाओं को कॉपरटी लगाया गया। इसके अलावा अंतरा सूई, गर्भनिरोधक मालाएं गोली, कंडोम, छाया गोली समेत अन्य संसाधन उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को निशुल्क सुविधा दी जा रही है। विभाग की ओर से आमजनों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने जिले के लोगों को परिवार नियोजन पखवारा का लाभ उठाने की अपील की है। मौके पर परिवार नियोजन पखवारा के जिला नोडल पदाधिकारी सह एसीएमओ डॉ.अखिलेश मोहन, डीएस डॉ.अजय कुमार, डीआइओ डॉ.अशोक कुमार, डॉ.बीबी सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पप्पू कुमार आदि उपस्थित थे।
पखवारा के तहत अलग-अलग है लक्ष्य
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पप्पू कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन पखवारा के तहत सदर से लेकर पीएचसी तक अलग-अलग लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिलेभर अंतरा सूई 3315 व कॉपरटी 3015 लगाने का लक्ष्य है। इसके अलावा सदर अस्पताल में 15 एवं हरेक पीएचसी में 05 पुरुष नसबंदी का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महिला को बंध्याकरण के लिए 2 हजार रूपये व उत्प्रेरक को 400 रूपये प्रोत्साहन राशि एवं पुरुष नसबंदी में 3 हजार रूपये व उत्प्रेरक को 400 रूपये प्रोत्साहन राशि भुगतान करने का प्रावधान है। जिले के लोगों को कार्यक्रम का लाभ उठाने की अपील की गई।
प्रचार-प्रसार को घूमेगा सारथि रथ
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पप्पू कुमार ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से लोगों को जागरूक करने के लिए हरेक प्रखंड में पांच दिन सारथि रथ घूमेगा। रथ के माध्यम से लोगों को जनसंख्या नियंत्रण से संबंधित विस्तार से जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधि, आइसीडीएस समेत अन्य विभागीय कर्मियों का सहयोग होना जरूरी है।
Post a Comment