खतरनाक डेल्‍टा वैरिएंट की दस्‍तक से हडकंप, त्रिपुरा में पहली बार सामने आए 138 मामले


भारत के उत्‍तर-पूर्व में पहली बार डेल्‍टा प्‍लस का मामला सामने आया है. ये मामला त्रिपुरा में आया है. इससे पहले उत्‍तर पूर्व के असम, मणिपुर और मिजोरम में डेल्‍टा वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं. अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिर्पाटमेंट के प्रमुख प्रोफेसर डॉक्‍टर तपन मजूमदार का कहना है कि त्रिपुरा से कुछ सैंपल पश्चिम बंगाल के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जिनोमिक में जांच के लिए भेजे गए थे. जांच के बाद 138 मामले डेल्‍टा प्‍लस और 10 मामले डेल्‍टा वैरिएंट के सामने आए हैं. इसके अलावा तीन मामले एल्‍फा वैरिएंट के भी सामने आए हैं, जो सबसे पहली बार ब्रिटेन में पाया गया था.

डॉक्‍टर तपन स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण निदेशालय और कोविड-19 सर्विलांस अधिकारी दीप कुमार की मौजूदगी में बताया कि डेल्टा प्लस स्ट्रेन अधिक संचरित होता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है. उन्‍होंने बताया है कि त्रिपुरा के सभी आठ जिलों से इसके मामले सामने आना गंभीर चिंता का विषय है. वहीं कुछ जिलों में एल्‍फा वैरिएंट के मामले भी सामने आए हैं. उन्‍होंने ये भी कहा है कि डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट कोविड-19 वैक्‍सीन के प्रभाव को भी कम कर देता है.

उत्‍तर पूर्व के असम में पहली बार डेल्‍टा वैरिएंट का मामला सामने आया था. इसके बाद मणिपुर और मिजोरम में इसके मामले सामने आए थे. विशेषज्ञों ने इसके बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को इसके प्रति सजग रहने को कहा है. विशेषज्ञों ने लोगों से कोविड-19 नियमों का कड़ाई से पालन करने को भी कहा है. आपको बता दें कि यूरोप में डेल्‍टा वैरिएंट मार्च में सामने आया था. वहीं 13 जून इसके फैलने की जानकारी दी गई थी. नई दिल्‍ली के विशेषज्ञों ने बताया था कि डेल्‍टा वैरिएंट में बदलाव होने के बाद डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट सामने आया है. देश में आई दूसरी लहर में सबसे अधिक प्रकोप डेल्‍टा वैरिएंट का ही देखा गया था.

डेल्‍टा और डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सरकार ने एक सप्‍ताह के लिए कर्फ्यू बढ़ा दिया है और शनिवार से कई प्रतिबंध भी बढ़ा दिए गए हैं. हाल ही में केंद्र ने उत्‍तर पूर्व में बढ़ते मामलों को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और मणिपुर के लिए एक टीम का गठन किया है. ये टीम इस बात पर निगाह रखेगी कि राज्‍य में कोविड प्रोटोकॉल का ठीक से पालन किया जा रहा है या नहीं. इसके अलावा ये राज्य में इसको लेकर हो रही टेस्टिंग, वैक्‍सीनेशन समेत अन्‍य चीजों पर भी गौर करेगी और सरकार को सलाह देगी. सर्विलांस ऑफिसर दीप कुमार के मुताबिक दो सदस्‍यी ये टीम सोमवार को यहां पर पहुंच जाएगी.

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