त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने के लिए जिलों में अधिकारियों की टीम बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दो-तीन दिनों में आयोग की टीमें विभिन्न राज्यों के लिए रवाना होगी। आयोग की कोशिश है कि 15 जुलाई तक इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (EVM) मंगाने का काम पूरा कर लिया जाए। ईवीएम लाने वाली टीम में मजिस्ट्रेट के साथ सुरक्षा दल शामिल रहेंगे। जिलों में ईवीएम पहुंचने के बाद जुलाई के दूसरे पखवारे में फर्स्ट लेवल चेकिंग (First Level Checking) का काम शुरू हो जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने इंजीनियरों की प्रतिनियुक्ति को लेकर भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिख दिया है।
भारत निर्वाचन आयोग ने कर दिया है ईवीएम का आवंटन
उधर, भारत निर्वाचन आयोग ने ईवीएम का आवंटन कर दिया है। मतदान के पूर्व उसकी संबंधित कंपनियों के इंजीनियरों द्वारा फर्स्ट लेवल चेकिंग की जाएगी। मतदान के पूर्व राज्य को आवंटित किए गए एक-एक ईवीएम की जांच करने के बाद जिलों को सौंप दिया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से सभी जिलों को इसकी सूची जारी कर दी गई है। आयोग की ओर से ईवीएम मंगाने के बाद उसमे बैलेट यूनिट और कंट्रोल यूनिट को इंजीनियर फिट करेंगे। ईवीएम निर्माण करने वाली कंपनी अपने चार-पांच इंजीनियरों को भेजेगी। अभी तक आयोग की ओर से दूसरे राज्यों से 2,08,024 बैलेट यूनिट और 1,88,376 कंट्रोल यूनिट मिली हैं।
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