तृणमूल कांग्रेस में 'एक व्यक्ति एक पद' ममता बनर्जी पर नहीं होगा लागू, बनीं रहेंगी पार्टी अध्यक्ष

हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पार्टी के भीतर एक व्यक्ति एक पद की नीति को लागू करने का फैसला किया है, हालांकि ममता बनर्जी पर यह लागू नहीं होगा। ममता मुख्यमंत्री के साथ पार्टी अध्यक्ष बनी रहेंगी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही तृणमूल कार्यसमिति की बैठक में 'एक व्यक्ति एक पद' को लागू करने का निर्णय लिया गया। हालांकि टीएमसी कार्य समिति के सदस्य व पार्टी के वरिष्ठ सांसद सौगत राय की मानें तो बैठक के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि वह खुद भी अपने पास दो पद नहीं रखना चाहती हैं। उन्होंने इसके तहत पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने की पेशकश की। लेकिन, कार्य समिति के सदस्यों द्वारा काफी अनुरोध के बाद उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए मनाया गया।

तृणमूल नेता का कहना है कि पार्टी को लीड करने एवं सरकार चलाने के लिए ममता बनर्जी के कद का कोई नेता नहीं है, इसीलिए यह निर्णय उनको छोड़ बाकी निचले स्तर पर सभी पर लागू होगा।

ममता ने अपने भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी को बनाया पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव

बता दें कि विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद शनिवार को टीएमसी कार्यसमिति की हुई पहली बैठक में पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल का निर्णय लिया गया। ‌इसमें ममता ने अपने भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। ‌ इसके बाद अभिषेक ने भी एक व्यक्ति एक पद की‌ नीति पर आगे बढ़ते हुए शनिवार को ही युवा टीएमसी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।

पार्टी ने नौ जिलों के पार्टी प्रमुखों को भी बदलने का फैसला किया है जो नई सरकार में मंत्री भी हैं। इन नेताओं को एक महीने के भीतर मंत्री और जिला अध्यक्ष में से किसी एक पद का चयन करने को कहा गया है। 


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