Jharkhand Lockdown News, Unlock 4.0 जिस क्षण का पूरे झारखंड वासियों को इंतजार था वह क्षण आ गया है। सरकार ने अनलॉक चार के लिए फैसला सुना दिया है। इस बार हेमंत सरकार ने अनलॉक थ्री के नियम को ही Unlock 4 में भी जारी रखा है। इसका मतलब यह हुआ कि जो भी लोग सरकार से इस बार छूट की अपेक्षा कर रहे थे, उन्हें भी निराशा हाथ लगी है। अनलॉक चार 24 जून से 1 जूलाई तक प्रभावी रहेगा। मतलब लोगों को सरकार के अगले फैसले के लिए एक जूलाई तक का इंतजार करना पड़ेगा। अब लोगों की टकटकी अभी से ही एक जुलाई पर टिक गई है। बहुत सारे वर्ग सरकार के इस फैसले से खुश नहीं है। उन्हें छूट की उम्मीद थी लेकिन मिली नहीं।
तीसरी लहर को लेकर सरकार अभी से सर्तक
भले ही कोरोना के मामले में राज्य स्तर पर कमी आई हो लेकिन हेमंत सरकार इसमें कोई छूट देने के मूड में नहीं दिख रही है। सरकार का यह फैसला साफ इस ओर इशारा करता है कि तीसरी लहर को लेकर सरकार अभी से ही सर्तक है। किसी तरह की अतिरिक्त रियायतें देने के पक्ष में नहीं है।
दुकानदार भाई, स्कूल व कोचिंग संचालक को निराशा
इसमें सबसे ज्याद आहत दुकानदार भाई व कोचिंंग व स्कूल संचालक हुए है। उन्हें लगातार निराशा का सामना करना पड़ रहा है। बस मालिक भी इसी आस में थे कि इस बार सरकार उनके हक में फैसला सुनाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इससे ग्रामीण भाइयों को भी खासी परेशान हो रही थी। बस नहीं चलने से उन्हें अतिरिक्त किराया का बोझ उठा पड़ रहा था जिसका प्रभाव उनके जीवन व व्यपार पर पड़ रहा था।
होटल व रेस्तरां मालिकों के उम्मीदों पर फिरा पानी
इसके साथ ही होटल व रेस्तरां वालों को भी सरकार से खासी उम्मीद थी। कोरोना के मामले कम होने से उन्हें लग रहा था कि इस बार उन्हें राहत मिलेगी लेकिन मिली नहीं। होटल नहीं खुलने से आम जन जो अपने घर से बाहर रहते है या फिर अपने खाने के लिए होटल व रेस्तरां पर निर्भर करते है उनके लिए इस फैसले से परेशानी होगी।
पूर्व की तरह ही साप्ताहिक लॉकडाउन रहेगा जारी
शनिवार शाम चार बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक 38 घंटे का संपूर्ण लॉकडाउन जारी रहेगा। इसे इसे भी पूर्व की तरह ही जारी रखा गया है। साप्ताहिक लॉकडाउन के समय सब्जी, फल, आभूषण, राशन आदि सभी तरह की दुकाने पहले की तरह ही बंद रहेगी। इसकी सख्ती पूर्व की तरह ही बरकार रहेगी।
अनलॉक फोर के निर्णय से धनबाद नाराज
राज्य सरकार ने अनलॉक चार की घोषणा कर दी है। इस अनलॉक में कुछ खास नहीं है। अनलॉक तीन के फैसले को ही जारी रखा गया है। ऐसे में धनबाद के लोगों और व्यापारियों की नाराजगी सामने आयी है। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जनता हित में इस फैसले को सही ठहराया है।
पुराना बाजार के व्यवसायी और पूर्व चैंबर अध्यक्ष सोहराब खान ने कहा कि उम्मीद थी कि सरकार दुकानदारी का समय संध्या सात बजे तक करेगी। लेकिन इस पर भी कोई निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण परिवहन को भी मंजूरी दी जानी चाहिए थी। इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं हो सका। बैंक मोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने बताया कि व्यापार और व्यापरियों की चिंता सरकार को करनी चाहिए थी। स्थिति सामान्य हो रही है, ऐसे में थोड़ी छूट भी मिलनी चाहिए थी। इसी प्रकार से धनबाद जिला के अन्य चैंबर भी नाराजगी सामने आयी है।
सरकार के फैसले से शिक्षण संस्थान भी नाराज
जिले में बहुत सारे कोचिंग समेत अन्य प्रकार के शिक्षण संस्थान संचालित हैं। इन सभी संचालकों को यह उम्मीद थी कि सरकार शिक्षण संस्थानों को खोलने का आदेश देगी। पर अनलॉक चार में ऐसा नहीं हुआ। कोचिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने कहा कि बाजार और माल खोले गए हैं। जहां कोरोना संक्रमण को रोकने के नियमों का पालन नहीं होता है। तब ऐसे स्थिति में कोचिंग संस्थान को खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए थी। कम से कम यहां लोग शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पठन-पाठन व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि खर्च सभी का हो रहा है। कोचिंग संस्थान संचालक आखिर कैसे अपने परिवार का भरण पोषण करेंगे।
वीकेंड लॉक डाउन का पूरा समर्थन
धनबाद जिला के हर वर्ग ने वीकेंड लॉकडाउन का पूरा समर्थन किया है। सभी लोगों ने कहा कि वीकेंड लॉकडाउन अभी आगे भी चलना चाहिए। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जरुरी है कि सप्ताह में 38 घंटे लोग अपने घरों में रहें।