बिहार में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग अलर्ट; फिलहाल नो लॉकडाउन, खुले रहेंगे स्‍कूल-कॉलेज

बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण CoronaVirus Infection) के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार हाई अलर्ट मोड में है। राज्‍य के भी 38 जिलों को तमाम एहतियाती उपायों को लेकर अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग (Department of Health) में रोजाना बैठकों का दौर चल रहा है। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग द्वारा जारी अद्यतन रिपोर्ट के अनुसार लंबे समय बाद बीते 24 घंटे के दौरान राज्‍य में 107 नए मरीज मिले हैं। स्थिति को देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में डॉक्‍टरों सहित सभी कर्मियों की छुट्टियां रद कर दी गईं हैं। आम लोगों में लॉकडाउन (Lockdown) व स्‍कूल-कॉलेज बंद किए जाने की आशंका है। हालांकि, मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने फिलहाल ऐसी संभावना से इनकार करते हुए हालात नियंत्रण में बताया है। मुख्‍यमंत्री 21 मार्च को हालात की समीक्षा करने के बाद आगे का फैसला करेंगे।

सरकारी अस्‍पतालों में दवाओं व ऑक्‍सीजन की व्‍यवस्‍था

कोरोना की दूसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राज्‍य के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज को लेकर जरूरी दवाओं की व्‍यवस्‍था करने का निर्देश दिया है। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी जिलाें के सरकारी अस्पतालों में दवाओं का विवरण तैयार किया जा रहा है। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए राज्‍य की 14 फैक्ट्रियाें में ऑक्‍सीजन सिलेंडर की व्‍यवस्‍था की जा रही है। स्टेट ड्रग कंट्रोलर रविंद्र के सिन्हा बताते हैं कि ऑक्सीजन की व्‍यवस्‍था को लेकर तैयारी जारी है। इसे लेकर हाल ही में राज्य स्वास्थ्य समिति में बैठक भी हुई है।

राज्‍य में 405 मरीज, रोजाना 70 हजार जांच का लक्ष्‍य

गुरुवार को लंबे समय बाद कोरोना के 107 नए संक्रमित मिले। इसके साथ राज्‍य में कुल सक्रिय मामले 405 हो गए हैं। इसके पहले 15 मार्च को राज्य में 26 तो 16 मार्च को 49 नए मरीज मिले थे। आगे 17 मार्च को 58 तो 19 मार्च को यह संख्या बढ़कर 107 हो गई। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने जांच की संख्‍या को बढ़ा दिया है। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अनुसार बिहार में हर दिन 70 हजार तक कोरोना जांच का लक्ष्य बनाया गया है। साथ ही अधिक से अधिक आरटी-पीसीआर जांच की कोशिश की जा रही है। कोरोना वैक्सीन देने का काम भी बढ़ाते हुए  को वैक्‍सीन लेने के लिए प्राेत्‍साहित किया जा रहा है।

होली में घर आने वालों की की जा रही है मॉनीटरिंग

इस बीच होली (Holi) को लेकर दूसरे राज्यों से बिहार के लोगों के घर आने का सिलसिला तेज हाे रहा है। उनके साथ कोरोना संक्रमण के भी आने की आशंका को देखते हुए एयरपोर्ट तथा रेलवे स्‍टेशन व बस स्‍टैंड आदि पर जांच की विशेष व्‍यवस्‍था की गई है। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि होली को लेकर बिहार आने वाले लाेगों की मॉनिटरिंग की जा रही है।डॉक्‍टरों सहित सभी स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों की छुट्टियां रद

साथ ही डॉक्‍टरों सहित सभी स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों की छुट्टियां पांच अप्रैल तक रद कर दी गईं हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका को देखते हुए इसकी रोकथाम व बचाव के लिए ऐसा किया गया है।

बिहार दिवस कार्यक्रम पर इस साल भी लगा ग्रहण

कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस साल 22 मार्च को बिहार दिवस (Bihar Diwas) के मौके पर लगातार दूसरे साल कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होगा। बिहार दिवस का कार्यक्रम वर्चुअल होगा, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वीडियो काॅन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे।

लॉकडाउन व शिक्षण संस्‍थानों की बंदी की आशंका

सवाल यह है कि कोरोना की दूसरी लहर की आशंका को देखते हुए क्‍या बिहार में फिर लॉकडाउन लगाया जाएगा? कोरोना संक्रमण बढ़ने पर लॉकडाउन की आशंका से आम लोग डरे हुए हैं। पटना के कंकड़बाग की रहने वाली रंजना सिंह कहतीं हैं कि ऐसा हुआ तो उनके बच्‍चों की पढ़ाई फिर प्रभावित हो जाएगी। बेतिया के रंजन यादव के अनुसार लॉकडाउन लगाना पड़ा तो पटरी पर लौटते जीवन में फिर बैक गियर लगना तय है। पटना के सेंट माइकल हाई स्‍कूल की छात्रा स्‍वाति कहतीं हैं कि स्‍कूल के बंद होने का असर पढ़ाई पर पड़ेगा।

अभी लॉकडाउन व स्‍कूल-कॉलेज बंदी का निर्देश नहीं

लॉकडाउन व स्‍कूल-कॉलेज बंद होने की आशंकाओं के बीच अभी तक की जानकारी के अनुसार इस बाबत सरकार ने फैसला नहीं किया है। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही यह कह चुके हैं। पटना के कंकड़बाग स्थित डॉ. जीएल दत्‍ता डीएवी पब्लिक स्‍कूल के प्राचार्य डॉ. एमके दास भी बताते हैं कि स्‍कूल बंद करने को लेकर बिहार सरकार का कोई निर्देश नहीं मिला है। स्‍कूल में कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है।

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