संकट की आहट, महाराष्‍ट्र में बेकाबू हुई कोरोना महामारी, पंजाब और केरल भी बढ़ा रहे हैं चिंता, गुजरात की सीमाएं सील

पिछले साल महामारी के चलते लोग घरों में कैद रहे। नये साल में कोरोना से निजात की उम्मीदें थीं, लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते मामले संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में निर्णायक कदम उठाने के लिए कहा। एंटीजन टेस्ट नहीं, आरटी-पीसीआर पर ही भरोसा करने को कहा। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा तेजी आई है। महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है और बाकी राज्यों में भी ऐहतियात बरतने और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर एक नजर।

महाराष्‍ट्र में हाथ से बाहर जा रहे हालात 

कोरोना से लंबे समय से जूझ रहे महाराष्ट्र में एक बार फिर हालात हाथ से बाहर जाते दिख रहे हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना के रिकार्ड तोड़ 25,833 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 11 सितंबर 2020 को राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 24,886 मामले दर्ज किए गए थे। राज्य में कोरोना से अब तक 53,138 मरीजों की मौत हो चुकी है। उधर देश भर में 102 दिन बाद 35,871 नए मामले सामने आए। इन मामलों के साथ अब तक संक्रमित होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,14,74,605 हो गई है।

लगातार दूसरे दिन महाराष्‍ट्र में 20 हजार से ज्यादा नए केस 

यह लगातार दूसरा दिन है जब महाराष्ट्र में 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। बुधवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 23,179 नए मामले दर्ज किए गए थे और 84 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना की इस नई और बेहद तेज रफ्तार ने सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। उल्लेखनीय है राज्य में पिछले साल 17 मार्च को कोरोना से पहली मौत हुई थी। ठीक एक साल बाद 17 मार्च को राज्य में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 53 हजार को पार कर गया।

मध्‍य प्रदेश में उठाया यह कदम 

वहीं मध्य प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी गई है। 

केरल और पंजाब ने भी बढ़ाई चिंता 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 24 घंटों में महाराष्ट्र के बाद केरल में 1,792 और पंजाब में 1,492 नए मामले सामने आए। देश में कुल नए मामलों में 79.54 फीसद हिस्सेदारी महाराष्ट्र समेत पांच राज्यों की है। वहीं राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम समेत 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना से बीते 24 घंटों में एक भी मौत नहीं हुई।

महाराष्ट्र में रिकवरी रेट में आई कमी

इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा नए केस और मौतों के साथ महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों की श्रेणी में अव्वल हो गया है। ज्यादातर नए केस मुंबई, नागपुर, पुणे इत्यादि से सामने आए हैं। चिंताजनक यह है कि रिकवरी रेट पहले के मुकाबले कम हुआ है। अब यह 92.21 से घटकर 91.26 हो गया है। नए केसों में 85 फीसद एसिंप्टोमैटिक है।

पंजाब में मृत्यु दर पिछली बार से ज्यादा

एक तरफ देशभर में नए केस लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जहां दूसरे दौर के संक्रमण में मृत्यु दर पहले से ज्यादा है। पिछले हफ्ते पंजाब कोरोना से हुई मौतों के मामले में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है।

गुजरात ने सील की सीमाएं 

गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने आठ बडे़ शहरों में 10 अप्रैल तक स्कूल-कॉलेज और विश्‍वविद्यालय बंद कर दिए हैं। विश्‍वविद्यालयों की परीक्षाएं भी रद कर दी गई हैं। केवल 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आयोजित होंगी। अहमदाबाद व सूरत में सार्वजनिक बस सेवा, गार्डन, जिम, जू आदि को बंद किया गया है और रात के कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है। पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है। 

ब्रिटेन, द. अफ्रीका और ब्राजील के स्ट्रेन के 400 मामले

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ब्रिटेन, द. अफ्रीका और ब्राजील पाए गए में कोरोना के नए म्यूटेंट से इस समय देश के 400 लोग पीड़ित हैं। चार मार्च को इन म्यूटेंट से 242 लोग पीड़ित थे। लेकिन दो हफ्ते के अंदर यह संख्या बढ़कर 400 हो गई।

कई हिस्‍सों में नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन 

कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक सख्त लॉकडाउन है। महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश और गुजरात के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया है। इनमें नागपुर, पुणे, अकोला, परभणी, औरंगाबाद, अमरावती, लुधियाना, जालंधर, पटियाला, मोहाली, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर, कपूरथला, रोपड़, भोपाल, इंदौर, अहमदाबाद, वड़ोदरा, सूरत और राजकोट शामिल हैं।रेस्टोरेंट पर कार्रवाई

कोरोना नियमों का उल्लंघन करने के कारण मुंबई के मशहूर रेस्टोरेंट आबर-जिन प्लेट्स एंड पोर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। बृहन्मुंबई म्यूनिसिपल कारपोरेशन (बीएमसी) की टीम ने बुधवार शाम जब इस रेस्टोरेंट पर छापा मारा तो कई लोग बिना मास्क के मिले। बिना मास्क मिले 245 लोगों से 19,400 रपये का जुर्माना वसूला गया। बीएमसी की कार्रवाई के बाद पुलिस ने भी एफआइआर दर्ज कर ली।

102 दिन का रिकॉर्ड टूटा 

देश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण 35,871 नए मामले सामने आए। गंभीर चिंता का कारण महाराष्ट्र में ही अकेले 16 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए। इतनी बड़ी संख्या में नए मामले 102 दिन बाद सामने आए हैं। इन मामलों के साथ अब तक संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 1,14,74,605 हो गई है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने कोरोना की जांच और टीकाकरण बढ़ाने पर जोर दिया है।

ढाई लाख से अधिक सक्रिय मामले

देश में इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 2,52,364 हो गई है जो कुल मामलों का 2.20 फीसद है। इसी तरह ठीक होने की दर 96.41 फीसद और मृत्यु दर 1.39 हो गई है। अब तक 1,10,63,025 लोग इस बीमारी से ठीक भी हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटों में कोरोना से 172 लोगों की मौत के साथ अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,59,216 हो गई।

रिकवरी रेट का गिरना चिंताजन

देश में इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 2,52,364 हो गई है जो कुल मामलों का 2.20 फीसद है। इसी तरह ठीक होने की दर 96.41 फीसद और मृत्यु दर 1.39 हो गई है। अब तक 1,10,63,025 लोग इस बीमारी से ठीक भी हो चुके हैं।

अब तक 1,59,216 लोगों की गई जान

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार 24 घंटों में कोरोना से 172 लोगों की मौत के साथ अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,59,216 हो गई। कोरोना से जिन 172 लोगों ने दम तोड़ा उसमें से महाराष्ट्र के 84, पंजाब के 35 और केरल के 13 लोग शामिल हैं।

अब तक 23 करोड़ नमूनों की जांच

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक 23 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच हो चुकी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, 23,03,13,163 नमूनों का परीक्षण 17 मार्च तक किया गया, बुधवार को 10,63,379 का परीक्षण किया गया था। देश में प्रतिदिन दस लाख की आबादी पर 140 से अधिक लोगों की जांच की जा रही है।

टीकाकरण ने पकड़ी रफ्तार

इसके साथ ही देश में वैक्सीन लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है। जल्द ही चार करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। गुरुवार शाम सात बजे तक 3,31,43,255 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इनमें 75,68,844 स्वास्थ्य कर्मियों को पहला टीका और 46,32,940 को दूसरा टीका लगाया गया है। वहीं अग्रिम पंक्ति के 77,16,084 कर्मियों को पहला टीका और 19,09,528 को दूसरा टीका लगाया गया है। टीकाकरण के 61वें दिन (17 मार्च) 20 लाख लोगों को टीका लगाया गया।

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