Investment Tips: उम्र बढ़ने के साथ बदल जाती हैं निवेश की प्राथमिकताएं, जानिए 20, 30 और 50 की उम्र में क्या करें

जीवन में कमाई के साथ-साथ बचत और बचत के बाद निवेश बहुत जरूरी है। निवेश लंबी अवधि या छोटी अवधि के लिए हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञ बताते हैं कि लंबी अवधि का निवेश करना बढ़िया है और इसके लिए एक बेहतर प्लानिंग जरूरी है। समय समय पर इसमें बदलाव भी जरूरी है, क्योंकि आपकी उम्र के साथ जरूरतें और प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर मणिकरण सिंघल कहते हैं, 'निवेश के लिए गोल बेस्ड होना चाहिए। निवेश से पहले टारगेट सेट होना चाहिए, यह तय होना चाहिए कि आपको कब और कितने समय के लिए निवेश करना है, साथ ही यह भी स्पष्ट हो कि कहां निवेश करना है।'

निवेश के लिए उम्र के हिसाब से प्राथमिकताएं तय होनी चाहिए

20 की उम्र में

20 की उम्र में खुद पर खर्च करें। मसलन अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। पब में जाने के बजाये जिम जाएं, स्वस्थ खाएं और स्वस्थ जीवन शैली विकसित करें

बचत करने की आदतें विकसित करें: बचत की शुरुआत करना हमेशा बेहतर होता है ताकि आप अपनी भविष्य की जरूरतों के लिए निवेश करना शुरू कर सकें। यदि आप एक स्वस्थ जीवन शैली को लेकर काम कर रहे हैं, तो आपके व्यर्थ खर्च अपने आप कम हो जाएंगे और आप अधिक बचत कर पाएंगे।

इमरजेंसी फंड: एक बार जब आप कमाना शुरू करते हैं, तो आपके पास वित्तीय दायित्व आ जाते हैं। इसलिए, इमरजेंसी फंड जरूरी है।

निवेश को लेकर स्पष्ट लक्ष्य: आगे लंबे समय के लिए आप अल्पकालिक जोखिम उठा सकते हैं और उच्च दीर्घकालिक लाभ के लिए इक्विटी में निवेश कर सकते हैं। मणिकरण सिंघल कहते हैं, 'एक युवा को नौकरी शुरू करने के साथ-साथ अपनी कमाई का 20 से 25 फीसद बचत करना चाहिए।' 

30 की उम्र में

बीमा कवर: आर्थिक रूप से आश्रितों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए विवाह के बाद पर्याप्त जीवन बीमा कवर लेना चाहिए। अपने निवेश की सुरक्षा के लिए आपको स्वास्थ्य बीमा कवर भी लेना चाहिए।

बच्चों की शिक्षा: जीवन के निश्चित वित्तीय लक्ष्यों में से एक बच्चों की शिक्षा होगी। इसलिए आपको फंड जमा करने के लिए जल्दी निवेश करना शुरू कर देना चाहिए।

EMI: नौकरी और कमाई के साथ आपको घर, और कार की भी जरूरत होगी। इसके लिए आप लोन लेंगे जिसकी EMI देनी होगी। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपकी EMI आपके सैलरी से 50 प्रतिशत से अधिक न हो।

50 की उम्र में

स्वास्थ्य की देखभाल: उम्र के साथ बीमारियां आती हैं। पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा कवर के साथ हेल्थ इमरजेंसी के लिए एक अलग फंड बनाएं। मणिकरण सिंघल कहते हैं, अगर गोल सेट है तो निवेश को बदल भी सकते हैं। उन्होंने कहा जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे लक्ष्य प्राप्त होता है तो निवेश में बदलाव भी कर सकते हैं।  

कर्ज: अपने सभी कर्जों को चुका दें और बड़ी खरीद से बचें जिन्हें ईएमआई मोड के माध्यम से नए उधार लेने या भुगतान करने की आवश्यकता होती है।

रिटायरमेंट फंड: इन सब के साथ रिटायरमेंट फंड की व्यवस्था करना भी बेहद जरूरी है।


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