चिराग पासवान पर आज फूटेगा नीतीश बम; LJP को बड़ा झटका, पार्टी छोड़ JDU में जा रहे 60 नेता

बिहार की सियासत में आज का दिन बेहद अहम है। राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में रहते हुए जनता दल यूनाइटेड (JDU) को जोर का झटका देने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में आज बड़ी बगावत होने जा रही है। चिराग पासवान (Chirag Paswan) पर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का सियासी बम (Political Bomb) फूटना तय है। हम बात कर रहे हैं एलजेपी के कई जिलाध्‍यक्षों व 60 से अधिक बड़े नेताओं के जेडीयू में शामिल होने की पार्टी के पूर्व प्रवक्‍ता केशव सिंह (Keshav Singh) के दावे की। इसके लिए आज जेडीयू के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह आयोजित किया गया है। इसके पहले जनवरी में भी एलजेपी में एक और बड़ी बगावत हो चुकी है। तब पार्टी के 27 नेताओं ने सामूहिक इस्‍तीफा दे दिया था।

छिटपुट भगदड़ के बीच बड़ी बगावत का भी दौर

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) में हार के बाद से एलजेपी में भगदड़ का दौर चल रहा है। कई नेता पार्टी छोड़ कर अन्‍य दलों में जा चुके हैं। ताजा बात करें तो बुधवार को भी विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी छोड़ एलजेपी में शामिल हुए रामेश्वर चौरसिया (Rameshwar Chaurasia) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा है कि वे फिर बीजेपी में वापस लौट जाएंगे। हालांकि, उन्‍होंने कहा कि फिलहाल वे स्‍वतंत्र हैं। ऐसी छिटपुट भगदड़ के बीच बड़ी बगावत का दौर भी चल रहा है। इसका झंडा एलजेपी के निष्‍कासित पूर्व प्रवक्‍ता केशव सिंह ने थामा है। उन्‍होंने कहा है कि 18 फरवरी को एलजेपी के कई जिलाध्‍यक्ष व 60 से अधिक नेता अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जेडीयू में शामिल हो जाएंगे।

प्रदेश जेडीयू कार्यालय में मिलन समारोह आज

मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को प्रदेश जेडीयू कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में एलजेपी के बागी नेता जेडीयू में शामिल होंगे। समारोह में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (RCP Singh) उन्‍हें पार्टी की सदस्‍यता दिलाएंगे। समारोह में मंत्री बिजेंद्र यादव, संजय झा, विजय चौधरी, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी शामिल रहेंगे। इसमें पूर्व मंत्री महेश्वर हजारी, विधान पार्षद नीरज कुमार तथा मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह सहित कई और बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे।

बागियों ने पार्टी सुप्रीमो पर लगाए ठगी के आरोप

सवाल यह है कि एलजेपी में इस बगावत के कारण क्‍या हैं? बड़ा कारण तो पार्टी का सत्‍ता से दूर हो जाना है। ऐसे में सत्‍ता की चाहत व महत्‍वाकांक्षा के साथ पार्टी में आने वाले नेता बाहर का रास्‍ता पकड़ रहे हैं। हालांकि, पार्टी के बागी केशव सिंह इससे इत्‍तफाक नहीं रखते। वे कहते हैं कि चिराग पासवान ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को ठगा, जिससे वे आहत हैं। उन्‍होंने कहा कि चिराग पासवान ने 94 विधानसभा क्षेत्रों में फरवरी 2019 में 25 हजार सदस्य बनाने वालों को ही विधानसभा चुनाव का टिकट देने की घोषणा की थी। इस एवज में बड़ी राशि वसूली गई। लेकिन जब चुनाव आया तो पैसे लेकर बाहरी लोगों को टिकट दे दिए। केशव सिंह कहते हैं कि चिराग ने चुनाव के दौरान राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) व महागठबंधन (Mahagathbandhan) की दलाली की तथा पार्टी के साथ-साथ एनडीए को भी क्षति पहुंचाया।

केशव सिं‍ह कहते हैं कि चिराग पासवान की करतूतों से आहत नेता व कार्यकर्ता न केवल पार्टी छोड़ रहे हैं, बल्कि चिराग पासवान पर धोखाधड़ी का मुकदमा भी करने जा रहे हैं। चिराग कहते थे कि वे नीतीश कुमार को जेल भेजेंगे, लेकिन अब खुद चिराग ही जेल जाएंगे।

फिलहाल असंतोष को दबाने में लगे चिराग पासवान

चिराग पासवान भी पार्टी में असंतोष को दबाने के लिए हर एहतियाती कदम उठाते रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उन्‍होंने पांच दिसंबर को पार्टी की प्रदेश कार्य समिति, सभी प्रकोष्ठों एवं जिला इकाईयों को भंग कर दिया था। करीब ढ़ाई महीने बाद तक नई टीम नहीं बनाई गई है। माना जा रहा है कि श्‍ह कदम दलगत असंतोष को दबाने तथा पार्टी को टूट से बचाने के लिए उठाया गया है। चिराग अभी स्थितियों को देख-समझ रहे हैं। वे किसी विश्वासपात्र नेता को प्रदेश अध्‍यक्ष बनाना चाहते हैं। पार्टी के प्रदेश प्रवक्‍ता श्रवण अग्रवाल कहते हैं कि बिहार एलजेपी की नई टीम और सभी जिलाध्यक्षों की घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी। एलजेपी चिराग पासवान के नेतृत्व में मजबूती से खड़ी है।

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