प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को बंगाल के हल्दिया में तेल, गैस और आधारभूत संरचना से जुड़ी 4700 करोड़ से ज्यादा की चार महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। ये सभी परियोजनाएं सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख तेल व गैस कंपनियों एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से जुड़ी हैं। इस समारोह में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी आमंत्रित किया गया है। लेकिन, राज्य सरकार के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समारोह में हिस्सा नहीं लेंगी।
दरअसल केंद्र के साथ ममता का पहले से टकराव चल रहा है। वहीं, इससे पहले पिछले महीने 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में पीएम मोदी की मौजूदगी में जय श्रीराम के नारे लगाए जाने से ममता बनर्जी भड़क गईं थीं। दरअसल इस समारोह में ममता जैसे ही भाषण देने के लिए मंच की ओर बढ़ी तो वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए। इससे ममता आग बबूला हो गई और उन्होंने भाषण तक देने से इन्कार कर दिया।
ममता ने इस दौरान सभी के सामने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि किसी को भी कार्यक्रम में बुलाकर बेइज्जत करना शोभा नहीं देता। इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जमकर सियासत हुई। इस पर अभी भी राजनीति जारी है। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस नेताओं का साफ कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र के इस कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगी।
बता दें कि बंगाल में इसी साल अप्रैल में में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हल्दिया में पीएम द्वारा 4,700 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे जिसको बंगाल के लिए बड़ी चुनावी सौगात माना जा रहा है।
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