म्यांमार में सेना द्वारा राजनीतिक सत्ता को अपदस्थ किए जाने पर संयुक्त राज्य अमेरिका ने म्यांमार के सैन्य जनरलों के खिलाफ प्रतिबंधों का आह्वान किया है। इसके पूर्व म्यांमार में सैन्य तख्तापलट और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सांग सू की को गिरफ्तार किए जाने के बाद अमेरिका ने वहां के सेना को धमकी दी थी। अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि अगर म्यांमार की सेना ने अपने कदमों को वापस नहीं लिया तो बाइडन प्रशासन इस पर सख्त काईवाई करेगा। म्यांमार के पूरे घटनाम्यांमार के सैन्य जनरलों के खिलाफ प्रतिबंधों का आह्वान कियाक्रम पर अमेरिका अपनी पैनी नजर बनाए हुए है।
अमेरिका की इस चेतावनी के बाद म्यांमार सेना पर चौतरफा दबाव बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी अपनी प्रतिकिया दी है। परिषद के राजनयिकों ने कहा कि नोबल शांति पुरस्कार विजेता आंग सांग समेत उनके राजनीतिक सहयोगियों की सैन्य गिरफ्तारी के मामले में वह मंगलवार के बाद मिलने वाले हैं। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार में तख्तापलट की कठोर निंदा की है।
यूएन ने ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय संघ, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका से म्यांमार में राजनीतिक बंदियों की रिहाई और लोकतंत्र की बहाली का आह्वान किया। हालांकि, चीन इसमें शामिल नहीं है। चीन ने यह कहते हुए इस घटना का उल्लेख किया है कि सभी पक्षों को संविधान का सम्मान करना चाहिए। पड़ोसी थाइलैंड ने म्यांमार के आंतरिक मामलों में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उधर, म्यांमार के कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और कर्फ्यू के दौरान प्रमुख सड़कों पर रातभर सन्नाटा पसरा रहा।
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