तेजस्वी ने फिर शुरू किए PM मोदी व CM नीतीश पर हमले, लालू ने छोड़ दी बिहार में सत्‍ता परिवर्तन की उम्मीद

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर पहले वाले अंदाज में हमले शुरू कर दिए हैं। तेवर में पहले की तरह ही तल्खी है, जो बताती है कि राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) को बिहार में अब सत्ता परिवर्तन के आसार नहीं दिख रहे हैं।

लालू ने अपनी कोशिशों को फिलहाल दिया विराम

अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड (JDU) के छह विधायकों को भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा तोड़ लिए जाने के बाद बिहार में बीजेपी व जेडीयू के संबंधों में आई खटास से उत्साहित लालू ने अब अपनी कोशिशों को फिलहाल विराम दे दिया है। तेजस्वी के हालिया बयान इसकी तस्दीक कर रहे हैं। चाहे इंडिगो के मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड (Rupesh Singh Murder Case) हो या गुप्ता बंधुओं के अपहरण (Gupta Brothers Kidnapping Case) का मामला, नेता प्रतिपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं।

बीजेपी-जेडीयू विधायकों को भड़का  रहे थे लालू

विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) में सत्ता की दौड़ में मामूली फासले से पिछड़ जाने के बावजूद लालू ने उम्मीदें नहीं छोड़ी थी। उन्हें बीच में ही सियासी माहौल को अपने अनुकूल कर लेने का भरोसा था। इसीलिए प्रयासरत भी थे। बीजेपी और जेडीयू के एक-एक विधायक को फोन कर रहे थे। उन्हें नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के प्रति भड़का रहे थे और महागठबंधन (Mahagathbandhan) में आने का न्योता दे रहे थे।

राजनीतिक कोशिशों में छिन गया रिम्‍स का बंगला

इसी प्रयास में उनका रांची रिम्स (RIMS) अस्पताल का बंगला भी छिन गया, जहां उन्हें कोरोना संक्रमण (CoronaVirus Infection) से बचाव और बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए शिफ्ट किया गया था। लेकिन झारखंड सरकार (Jharkhand Government) की अंतत: यह भूल साबित हुई, क्योंकि लालू प्रसाद को कोई राजनीति से अलग नहीं कर सकता है। वे जहां भी रहेंगे, राजनीति ही करेंगे। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने राजद प्रमुख पर रिम्स के बंगले को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें फिर से रिम्स के वार्ड में ही शिफ्ट कर दिया गया।

सरकार में नहीं थी चार हफ्ते तक कोई खोट

महागठबंधन के घटक दलों को बिहार में पिछले कुछ दिनों से सत्ता परिवर्तन की संभावनाएं दिख रही थीं। इसीलिए बड़े नेता राज्य सरकार पर सीधा हमला करने से कन्नी काट रहे थे। लालू परिवार (Lalu Family) भी चुप था। खुद आरजेडी प्रमुख को भी सरकार के कामकाज में कोई खोट नजर नहीं आ रही थी। तेजस्वी भी पटना से दूर दिल्ली में रहकर सरकार के व्यवहार का अध्ययन कर रहे थे। अब अगर फिर से उन्होंने हमले तेज कर दिए हैं तो उसके अर्थ निकाले जाने स्वाभाविक हैं। राज्यसभा सदस्य एवं बीजेपी नेता सुशील मोदी बोल भी चुके हैं कि चार हफ्ते तक लालू प्रसाद को राज्य सरकार में कोई खोट नजर नहीं आई थी।

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