ट्रैक्टर परेड में हंगामा : देर रात सख्त ऐक्शन ले सकता है गृह मंत्रालय!


नई दिल्ली: ट्रैक्टर परेड में उपद्रवियों द्वारा किये गए हंगामें  के बाद केंद्रीय गृह सचिव ने गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि देर रात केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से मामले में बड़ा ऐक्शन लिया जा सकता है। कई किसान नेता गृह मंत्रालय के रडार पर हैं। सिंघू बॉर्डर पर भी ट्रैक्टर परेड के बाद प्रमुख किसान नेता दिखाई नहीं दे रहे हैं। 

वहीं दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को उग्र और हिंसक बताया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों से झड़प में पुलिस के 83 जवान घायल हुए हैं।

बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। किसान प्रदर्शनकारियों के बैरिकेडिंग तोड़ने, पुलिस से झड़प और तय रूट से अलग रास्तों पर ट्रैक्टर ले जाने की खबरें दिन भर सुर्खियों में रहीं। अब खबर है कि किसान प्रदर्शन में उपद्रव को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने न सिर्फ संज्ञान में लिया है बल्कि इसके खिलाफ सख्त ऐक्शन लेने की भी तैयारी में है।

मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने एहतियातन राजधानी में अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करने का फैसला किया है। बताया गया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शांति कायम करने तथा लॉ ऐंड ऑर्डर को दुरुस्त रखने के लिए अतिरिक्त केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। वहीं दिल्ली से सटे हरियाणा राज्य के कई जिलों में प्रदेश सरकार ने इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक की मियाद बढ़ा दी है। सरकार ने निर्देश जारी किया है कि सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में बुधवार शाम 5 बजे तक इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक रहेगी, ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।

खबर के मुताबिक, हरियाणा के तीन जिलों के अलावा उन सभी बॉर्डर क्षेत्रों में जहां पर प्रदर्शन चल रहा है, रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, सिंघु, गाजीपुर, टीकरी, मुकरबा चौक, नांगलोई और आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कोई यूआरएल खोलने पर यह मैसेज आ रहा है क‍ि सरकार के निर्देशानुसार, आपके क्षेत्र में इंटरनेट सेवा अगली सूचना आने तक बंद कर दी गई हैं। 

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को किसानों ने ट्रैक्टर परेड का आह्वान किया था। इसके लिए दिल्ली पुलिस से मीटिंग के बाद रैली के लिए रूट भी तय किए गए थे लेकिन मंगलवार को किसानों की रैली शुरू होते ही हंगामे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। दोपहर में भारी संख्या में प्रदर्शनकारी ट्रैक्टरों के साथ लाल किले पर पहुंच गए। इसके बाद वे लाल किले के भीतर घुस गए और किले की प्राचीर से पीले रंग का झंडा लहरा दिया। वहीं राजधानी में आईटीओ में प्रदर्शनकारी किसानों ने ट्रैक्टरों से बैरिकेड तोड़ दिया। हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने यहां किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया।

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