वैश्विक टीकाकरण अभियान में भारत की प्रमुख भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को भारत की वैक्सीन उत्पादन क्षमता को दुनिया में सबसे बेहतर मौजूदा संपत्ति का नाम दिया। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे पता है कि भारत में भारतीय विकसित टीकों के उत्पादन का बहुत उच्च स्तर है। हम इसके लिए भारतीय संस्थानों के संपर्क में हैं। हम दृढ़ता से आशा करते हैं कि भारत के पास सभी तरह के साधन हैं और दुनिया के टीकाकरण में उसकी भूमिका बेहद अहम रहेगी। उसके प्रयासों से वैश्विक टीकाकरण अभियान सफल हो सकेगा।'
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि भारत की उत्पादन क्षमता आज दुनिया की सबसे अच्छी संपत्ति है। मुझे उम्मीद है कि दुनिया में इसका पूरी तरह से उपयोग किया जाना चाहिए। दवाओं तक पहुंच का लोकतंत्रीकरण करने की आवश्यकता पर, गुटेरेस ने कहा, 'मैं दुनिया भर में दवाओं तक पहुंच के लोकतंत्रीकरण पर एक बहुत महत्वपूर्ण तत्व कहूंगा। मैंने आज एक बार फिर लाइसेंस के लिए आवेदन किया है ताकि दुनिया में अन्य कंपनियों के लिए लाइसेंस उपलब्ध कराया जा सके और वे भी मौजूद कुछ टीकों का उत्पादन करने में सक्षम हो।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख का यह बयान तब आता है जब भारत ने अपने पड़ोसी देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन की 55 लाख से अधिक खुराक मुहैया करा दी है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि 20 जनवरी से हम अपने पड़ोसी देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन की 55 लाख से अधिक खुराकें उपलब्ध करवा चुके हैं। प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया, अगले कुछ दिनों में हमने ओमान को वैक्सीन की एक लाख खुराकें, CARICOM देशों (कैरेबियाई समुदाय) को पांच लाख और निकारागुआ व प्रशांत द्वीपीय देशों को दो-दो लाख खुराकें उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। इसके अलावा ब्राजील, मोरक्को और बांग्लादेश को व्यावसायिक निर्यात किया गया है। सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, मंगोलिया और अन्य देशों को आपूर्ति की जाएगी।
ADVERTISEMENT