किसान आंदोलन के समर्थन में आए पंजाब के एक वकील ने रविवार को हरियाणा में बहादुरगढ़ के पकौड़ा चौक पर जहर निगल लिया. बाद में उसकी रोहतक पीजीआई ले जाते समय बीच रास्ते में मौत हो गई.
किसान आंदोलन में शामिल कुछ लोगों का कहना है कि वकील टीकरी बॉर्डर में चल रहे किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए आया था. उसी दौरान ही उसने कृषि अध्यादेश और आंदोलन के दौरान किसानों की दशा देखकर जहरीला पदार्थ निगल लिया. वकील के पास से प्रधानमंत्री के नाम लिखा पत्र भी मिला है, जिसमें उसने तीनों कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है और किसान आंदोलन के समर्थन में अपना बलिदान दिए जाने की बात लिखी है.
पत्र में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री कुछ लोगों के ही बनकर रह गए हैं. तीनों कृषि कानून किसान, मजदूर और आम आदमी का जीवन तबाह कर देंगे. पत्र में प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया गया है कि किसान, मजदूर और आम आदमी की रोजी-रोटी मत छीनें.
वकील का यह पत्र टाइप मिला है. मामला रविवार सुबह करीब 8 बजे का है. घटना के फौरन बाद वकील को बहादुरगढ़ के अस्पताल लाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे रोहतक पीजीआई रेफर किया गया. लेकिन पीजीआई ले जाते वक्त बीच रास्ते उसकी मौत हो गई.
किसान आंदोलन में शामिल कुछ लोगों का कहना है कि वकील का नाम अमरजीत सिंह था और वह फाजिल्का की जलालाबाद बार एसोसिएशन का सदस्य भी था.
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