रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में आतंकवाद को लेकर जोरदार हमला बोला है. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि भारत स्पष्ट रूप से सभी रूपों में आतंकवाद और इसके समर्थकों की निंदा करता है. हमें पारंपरिक और गैर-पारंपरिक खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से संस्थागत क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है.
उन्होंने आगे कहा कि चरमपंथी प्रोपेगेंडा और डी रेडिकलाइजेशन को काउंटर करने के लिए SCO द्वारा आतंकवाद विरोधी तंत्र को स्वीकार करना जरूरी है. हालांकि संबोधन के दौरान रक्षा मंत्री ने कहीं भी पाकिस्तान या चीन का नाम नहीं लिया. जाहिर है पाकिस्तान भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में लगा रहता है और चीन, पाकिस्तान की नीतियों का समर्थन करता है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध के 75 साल पूरे हो गए हैं और संयुक्त राष्ट्र की उत्पत्ति के भी, जिसका मुख्य उद्देश्य शांतिपूर्ण विश्व बनाना था. जहां अंतरराष्ट्रीय कानून और देश की संप्रभूता का सम्मान हो, किसी भी देश को एकतरफा आक्रामकता के शिकार होने से बचाया जा सके.
इससे पहले शुक्रवार को राजनाथ सिंह ने रूसी सेना की मुख्य चर्च का दौरा किया, साथ ही म्यूजियम भी पहुंचे. अपनी यात्रा के तीसरे दिन राजनाथ सिंह ने कई अधिकारियों से मुलाकात भी की. राजनाथ सिंह की ओर से इस दौरे की ट्विटर पर तस्वीर भी साझा की गई.
इस चर्च की शुरुआत इसी साल 20 जून को की गई थी, जहां पर रूस की सेना से जुड़ी कई अहम जानकारियां जुटाई गई हैं.
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