कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति करने वाली निजी कंपनी कोलकाता इलेक्ट्रिक सप्लाई कारपोरेशन (सीईएससी) जून महीने का संशोधित बिल इस सप्ताह तक भेज देगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि हालांकि जुलाई मीटर रीडिंग ली गई थी, अगस्त में केवल जून का एक बिल उपभोक्ताओं को भेजा जाएगा। जुलाई के महीने के बिल को 27-30 दिनों के बाद भेज दिया जाएगा।
बताते चलें कि जून महीने में कंपनी ने उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिल भेजा था जिसको लेकर भारी विरोध तथा हंगामा हुआ था। सीइएससी का लंबा-चौड़ा बिजली का बिल देखकर लोगों की पेशानी पर बल पड़ गया था। जिनका 400 रुपये का बिल आया करता था, उनका 4,000 का बिल आया था। इसी तरह किसी का पांच तो किसी का आठ हजार का बिल आया था। एक उपभोक्ता का तो 1,94,000 रुपये का बिल आया था।
तब कंपनी ने कहा था कि मार्च महीने से लॉकडाउन है, जिसके कारण बिजली मीटर की रीडिंग नहीं हो पाई। मई महीने तक पिछले छह महीने का औसत मीटर रीडिंग देखकर बिल भेजा गया है। जून महीने से मीटर की रीडिंग हो रही है। देखा गया कि औसत से ज्यादा बिजली का उपयोग हुआ है। लॉकडाउन में सभी घर में थे इसलिए बिजली की खपत ज्यादा हुई।
बताते चलें कि जून महीने में कंपनी ने उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिल भेजा था जिसको लेकर भारी विरोध तथा हंगामा हुआ था। सीइएससी का लंबा-चौड़ा बिजली का बिल देखकर लोगों की पेशानी पर बल पड़ गया था। जिनका 400 रुपये का बिल आया करता था, उनका 4,000 का बिल आया था। इसी तरह किसी का पांच तो किसी का आठ हजार का बिल आया था। एक उपभोक्ता का तो 1,94,000 रुपये का बिल आया था।
तब कंपनी ने कहा था कि मार्च महीने से लॉकडाउन है, जिसके कारण बिजली मीटर की रीडिंग नहीं हो पाई। मई महीने तक पिछले छह महीने का औसत मीटर रीडिंग देखकर बिल भेजा गया है। जून महीने से मीटर की रीडिंग हो रही है। देखा गया कि औसत से ज्यादा बिजली का उपयोग हुआ है। लॉकडाउन में सभी घर में थे इसलिए बिजली की खपत ज्यादा हुई।