बंगाल में कोविड से जान गंवाने वालों की चिता की राख श्मशान से ले जा सकते हैं परिवार के सदस्य


बंगाल में कोविड से जान गंवाने वालों की चिता की राख मृतक के परिवार के सदस्य श्मशान से ले जा सकते हैं। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने कहा कि उसने कोविड-19 से जान गंवाने वाले लोगों की चिता की राख को विभिन्न श्मशानों में सम्मानपूर्वक रख रखा है और मृतकों के परिजन किसी भी समय उसे ले जा सकते है। केएमसी प्रशासक मंडल के एक सदस्य अतिन घोष ने कहा कि नियम के अनुसार कोविड-19 में जान गंवाने वालों के परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सकते, लिहाजा वे उस समय राख एकत्रित नहीं कर पाते हैं। घोष ने कहा, ''अधिकारी पुजारी की मौजूदगी में शव के अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी करते हैं। कलश में राख को रखा जाता है। मृतक के परिवार के सदस्य अगले दिन कलश एकत्रित कर सकते हैं। वे 14 दिन के पृथकवास के बाद भी उन्हें एकत्रित कर सकते हैं। ''

तृणमूल कांग्रेस के पार्षद की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत

पश्चिम बंगाल स्थित उत्तर 24 परगना जिले के बिधाननगर नगर निगम के तृणमूल कांग्रेस पार्षद सुभाष बोस की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बुधवार को मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। करीब 15 दिन पहले ही 50 वर्षीय बोस में संक्रमण की पुष्टि हुई थी और उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अधिकारी ने कहा, '' उनकी हालत बिगड़ती गई और आज सुबह उनकी मौत हो गई।'' पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बोस के निधन पर शोक व्यक्त किया। 

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