बंगाल सरकार सुंदरबन क्षेत्र में एक महीने के भीतर पांच करोड़ मैंग्रोव के पेड़ लगाएगी, जिसे सुपर साइक्लोन एम्फन ने तबाह कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा की। ममता ने कहा कि एम्फन में मैंग्रोव वनों का भारी नुकसान हुआ है। हमारी सरकार ने पौधे रोपकर क्षतिग्रस्त जंगलों को फिर से लगाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा, 5 जून को अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के मौके पर सुंदरबन में पांच करोड़ मैंग्रोव पौधे लगाने के प्रोजेक्ट को लॉन्च करने के लिए उनके कोलकाता स्थित आवास के पास हरीश पार्क में एक छोटा सा कार्यक्रम होगा।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना एक महीने के भीतर पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल एक नदी वाला राज्य है और सुंदरबन में मैंग्रोव वन प्राकृतिक आपदाओं से बहुत अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं।यह सुनिश्चित करने के लिए पौधे लगाए जाएंगे कि जंगल गंगा के डेल्टा में बरकरार रहें, जो कई नदियों, सहायक नदियों और नहरों से पार करके बंगाल की खाड़ी तक जाता है।
उन्होंने कहा कि कोलकाता नगर निगम, कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस ने राज्य के पर्यावरण विभाग के साथ शहर और राज्य के अन्य हिस्सों में पौधे लगाने का फैसला किया है। अकेले कोलकाता में सुपर साइक्लोन से हजारों पेड़ उखड़ गए, जबकि दक्षिण 24 परगना, उत्तरी 24 परगना और पूर्व मिदनापुर के तटीय जिलों में इससे अधिक क्षति हुई। मुख्यमंत्री ने इस दौरान मछुआरों को 10,000 रुपये का नकद लाभ देने की भी घोषणा की, जिनकी नावें (नौका) चक्रवात में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
उन्होंने कहा, प्रत्यक्ष लाभार्थी हस्तांतरण योजना के तहत लगभग 17.22 करोड़ रुपये मछुआरों को दिए जाएंगे। इसके साथ ही ममता ने कहा कि 20 मई को आए एम्फन चक्रवात में 8,000 से अधिक छोटी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को नुकसान पहुंचा है, जबकि 37,711 मछली पकड़ने के जाल क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रभावित मछुआरों को प्रति क्षतिग्रस्त नेट (जाल) पर 2,600 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी, जबकि 5,000 रुपये उन लोगों को दिए जाएंगे, जिनकी नावें (नौका) आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि चक्रवात में जिनके जीव-जंतु मरे हैं, जिनमें पशु और मुर्गे भी शामिल हैं, ऐसे प्रभावित लोगों के बीच 37 करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि लगभग 24,000 बकरियां, भेड़ और अन्य जानवर चक्रवात में मारे गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि एम्फन आपदा के लिए मरम्मत और राहत कार्यों के लिए 6,000 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने फिर दोहराया कि एम्फन से राज्य को एक लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
ममता ने कहा कि राज्य सरकार के विभिन्न विभागों जैसे जन स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई), सिंचाई, वन और बिजली ने एम्फन की आपदा से निपटने में बहुत कुशलता से काम किया है।उन्होंने कहा कि वह सुनिश्चित करेगी कि पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) को राज्य में अधिक क्षेत्रों में काम करने के अवसर मिले।
ADVERTISEMENT