ब्रिटेन की अदालत ने भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी को नौ जुलाई तक हिरासत में भेजा


पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग मामले में आरोपित भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी को ब्रिटेन की एक अदालत ने गुरुवार को नौ जुलाई तक के लिए हिरासत में भेज दिया। पिछले साल मार्च में अपनी गिरफ्तारी के बाद से वह दक्षिण-पश्चिम लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद है। लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में सुनवाई के लिए वह वीडियो लिंक के जरिये पेश हुआ। भारत ने ब्रिटेन से 49 वर्षीय ज्वैलर को प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया है।

जिला न्यायाधीश सैमुअल गूजी ने नीरव से कहा, आपके प्रत्यर्पण पर अगले चरण की सुनवाई सात सितंबर को होगी। नीरव को सिर्फ नाम और राष्ट्रीयता सुनिश्चित करने के लिए बोलने का मौका दिया गया। पिछले महीने जज गूजी ने प्रत्यर्पण की सुनवाई के पहले भाग की अध्यक्षता की थी। सात सितंबर से सुनवाई का दूसरा भाग निर्धारित किया गया है। यह सुनवाई पांच दिनों तक चलेगी।

14 मई को चार दिवसीय सुनवाई के आखिरी दिन जज ने नीरव से कहा था, मुझे उम्मीद है कि सितंबर तक जेलों से आवाजाही पर मौजूदा प्रतिबंधों में ढील दे दी जाएगी और आप कार्यवाही में भाग लेने के लिए अदालत में आ सकेंगे। मालूम हो कि नीरव और मेहुल के खिलाफ ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (धन को अवैध रूप से विदेश ले जाने के खिलाफ कानून) के तहत मुकदमा दर्ज कर रखा है। दोनों कारोबारियों ने पंजाब नेशनल बैंक से करीब 14 हजार करोड़ का घोटाला किया है। घोटाले के बाद दोनों कारोबारी भारत से भाग गए।

नीरव मोदी को मार्च 2019 में लंदन में ब्रिटिश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और इस समय वह वहां की जेल में बंद है। उसे भारत लाने के लिए जांच एजेंसियां प्रत्यर्पण की प्रक्रिया आगे बढ़ा रही हैं जबकि मेहुल चोकसी फरार है। उसके अफ्रीकी देश एंटीगुआ में होने का पता चला है। भारत सरकार उसे भी लाने के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रही है। अभी कल ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के घोटाले से जुड़े मामलों में उनकी फर्मों से जब्त 2,300 किलोग्राम हीरे, जवाहरात और आभूषण लेकर हांगकांग से मुंबई आए हैं। 

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