लद्दाख के गलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के बीच जारी विवाद के बीच जहां लोगों ने चीनी सामानों का बहिष्कार कर रहे हैं तो कुछ ऐसे हैं जो नौकरी छोड़ रहे हैं। कोलकाता में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने उन प्रतिष्ठानों में काम करने से इन्कार कर दिया है जहां चीन ने निवेश किया है। इसका सबसे बड़ा और पहला नाम जोमैटो का है। महानगर के बेहाला इलाके में 100 से अधिक डिलीवरी ब्वॉय ने जोमैटो से इस्तीफा देने का फैसला किया है। खबर है कि चीनी कंपनी अलीबाबा की सहायक कंपनी एंट फाइनेंशियल द्वारा जनवरी में जोमैटो में लगभग 150 मिलियन डॉलर का निवेश किया था।
शनिवार को 100 से अधिक डिलीवरी ब्वॉय ने विरोध किया और जोमैटो द्वारा दिए गए कपड़े जला दिए। उन्होंने कहा कि हमारे पसीने का मुनाफा चीनी कंपनियों को नहीं दिया जाएगा। हमारे पैसे से वे हमारे देश की सेना पर हमला कर रहे हैं और हमसे हमारी जमीन लेना चाहते हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम और हमारा परिवार भूखे रहेंगे, यह स्वीकार्य है, लेकिन हम किसी भी एेसी कंपनी में काम नहीं करेंगे, जिसमें चीन ने निवेश किया हो। उनमें से कई लोग ऐसे हैं, जिनके परिवार की आजीविका उनकी डिलीवरी की नौकरियों पर निर्भर करती है, लेकिन ये लोग देश और सेना के लिए भूखे रहने के लिए तैयार हैं।
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