कोरोना वायरस के फैलाव को लेकर अमेरिका और चीन में टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने अब चीन पर एक और बड़ा आरोप लगाया है. पोम्पियो का कहना है कि चीन ने अपने लोगों को जानबूझ कर देश से बाहर जाने दिया, जबकि उसे पता था कि कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन फैल सकता है.
एक इंटरव्यू में माइक पोम्पियो ने कहा कि इस तरह के फैसले सोच समझ कर लिए जाते हैं, जो दुनिया के लिए किसी भी तरह का रिस्क पैदा करें. जब कोरोना वायरस आ गया था तो लोग दुनिया में क्यों घूम रहे थे? चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को इसका जवाब पता होगा, क्योंकि वो ही जानते थे कि कोरोना वायरस का ट्रांसमिशन होगा.
बता दें कि माइक पोम्पियो का ये बयान तब आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अभी कोई भी बात नहीं करना चाहते हैं. अगर स्थिति बिगड़ती रही तो अमेरिका चीन के साथ अपने सभी संबंधों को तोड़ लेगा.
माइक पोम्पियो ने कहा कि हमें ये पता है कि दिसंबर में चीनी सरकार को इस वायरस के बारे में पता लग गया था, लेकिन अगर आप उनके फैसले देखें तो बिल्कुल वैसे ही हैं जिनका मैं जिक्र कर रहा हूं.
विदेश मंत्री बोले कि अमेरिका ने सबसे पहले चीन से फ्लाइट रोकीं, लेकिन तबतक यूरोप में ये वायरस फैल गया था. उसके बाद यूरोप से भी सारी फ्लाइट को रोक दिया गया.
जब पोम्पियो से पूछा गया कि क्या अमेरिका चीन से अपने रिश्ते तोड़ लेगा, तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला राष्ट्रपति करेंगे और जो वो कहेंगे वही अंतिम होगा.
गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस की वजह से हुई मौतों का आंकड़ा 90 हजार छूने को है, पिछले करीब तीन महीने से दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति पूरी तरह से बंद है और इस चीनी वायरस के सामने बेबस नज़र आ रही है.
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