कांग्रेस का TMC पर हमला, 'अम्फान' से निपटने में बुरी तरह फेल हुआ पश्चिम बंगाल, केंद्र भेजे सेना


कोलकाता: चक्रवाती तूफान अम्फान (Cyclone Amphan) से पश्चिम बंगाल (West Bengal) बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पश्चिम बंगाल की मदद के लिए केंद्र सरकार ने 1,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल प्रशासन (West Bengal Administration) इस विनाशकारी स्थिति का सामना करने में बुरी तरह विफल रहा है। इस वजह से मैं आपसे आग्रह करता हूं कि मदद के लिए अधिक से अधिक जवान भेजिए।

अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'चक्रवाती तूफान अम्फान के बाद समुद्र का पानी अलग-अलग क्षेत्रों में अभी भी भरा हुआ है। इसकी वजह से लोगों के सामने पीने के पानी की दिक्कत खड़ी हो गई है। इस पानी में मरे हुए जानवरों के शव भी तैर रहे हैं, जो कि एक बड़ी समस्या का कारण बन सकते हैं।'

काम पूरा होने का किया जा रहा दावा
उधर, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के सूत्रों के मुताबिक, व्यवस्था बहाल करने का काम निरंतर चल रहा है और उम्मीद है कि मंगलवार रात या बुधवार सुबह तक गिरे हुए पेड़ों को सड़कों से हटा दिया जाएगा। केएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमारा काम लगभग पूरा हो चुका है। अब सीईएससी बिजली बहाल करने का काम कर रही है। उन्होंने हमें आश्वस्त किया है कि बुधवार सुबह तक बाकी इलाके में बिजली सेवा बहाल कर दी जाएगी।’

शहर के कुछ हिस्सों में प्रदर्शन जारी
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित छह जिलों में 20 मई को आए चक्रवात के कारण लाखों लोग बेघर हो गए। निचले इलाकों में पानी भर गया और हजारों पेड़ उखड़ गए। शहर के कुछ हिस्सों में लोगों ने मंगलवार को प्रदर्शन भी किया। गारिया और बेहाला में प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सड़क को बंद कर दिया और गाड़ियों की आवाजाही रोक दी।

लोगों ने लगाया आरोप
गारिया के एक निवासी ने बताया, ‘छह दिन बीत चुके हैं लेकिन हमारे इलाके में बिजली सेवा बहाल नहीं हुई है। हमें नहीं पता कि कब सेवा बहाल की जाएगी।’ लोगों ने आरोप लगाया कि कलकत्ता बिजली आपूर्ति निगम (सीईएससी) बिजली सेवा बहाल करने में कामयाब नहीं हो पाया है और स्थिति देखने के लिए कंपनी के एक भी अधिकारी इलाके में नहीं आए हैं।

कांग्रेस नेता ने किया प्रदर्शन
एक अन्य बाशिंदे ने बताया, ‘हमने स्थानीय प्रशासन और स्थानीय पुलिस थाने से संपर्क कर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली।’ बेहाला के लोगों ने गर्मी बढ़ने के बीच पानी की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन किया। हुगली जिले के सेराफुली में कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान ने बिजली आपूर्ति बहाल किए जाने में सीईएससी की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से मदद के अनुरोध के बाद राज्य में जरूरी आधारभूत संरचना और सेवाओं को बहाल करने के लिए शनिवार को कोलकाता और इसके पड़ोस के जिलों में सेना की तैनाती की गई। दक्षिण और उत्तरी-24 परगना, पूर्वी मेदनीपुर जिले के कई इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बहाल नहीं हो पाई है।

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