जमीयत-उलेमा-ए-हिंद तबलीगी जमात के मुद्दे पर मीडिया कवरेज के तौर तरीकों से नाराज है. इस बाबत जमीयत ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और अदालत से मांग की है कि निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज मामले का साम्प्रदायीकरण रोका जाए. जमीयत ने इस बाबत आदेश जारी करने को कहा है.
तबलीगी जमात पर कवरेज से नाराज जमीयत
निजामुद्दीन के मरकज में हुए कार्यक्रम के बाद की खबरों और रिपोर्ट को जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने दुर्भावना से भरा करार दिया है. जमीयत ने कहा है कि तबलीगी जमात के मुद्दे पर मुसलमानों को बदनाम किया जा रहा है और प्रिंट और मीडिया के कुछ हिस्सों में मुसलमानों को गलत तरीके से समाज में पेश किया जा रहा है. याचिका में सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि कोर्ट निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज मामले का साम्प्रदायीकरण रोकने के लिए आदेश जारी करे.
सुप्रीम कोर्ट से आदेश जारी करने की मांग
याचिका में मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र को निर्देश जारी करे कि इस बाबत गलत खबर चलाने वाले और साम्प्रदायिक घृणा और नफरत फैलाने वाले मीडिया संस्थानों पर सख्त कार्रवाई की जाए. बता दें कि तबलीगी जमात से जुड़े कई खबरें और वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर चल रहे हैं.
मुसलमानों को गलत तरीके से पेश किया गया
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम समाज के लोगों को गलत तरीके से पेश करने की वजह से मुसलमानों की जिंदगी और उनकी आजादी को गंभीर खतरा पैदा हो गया है. इस वजह से संविधान की धारा-21 के तहत मिले जीवन के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है.
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के हजारों लोग शामिल हुए थे. इस दौरान देश में कोरोना का संक्रमण फैला चुका था. तबलीगी जमात के लोगों की वजह से तमिलनाडु, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस वक्त देश में 1000 से ज्यादा तबलीगी जमात के लोग कोरोना पॉजिटिव हैं.