कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इस महामारी से मुकाबले को सभी राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श के लिए सर्वदलीय बैठक की. राज्य सचिवालय नवान्न में हुई इस सर्वदलीय बैठक में विपक्षी भाजपा, माकपा, कांग्रेस सहित 11 दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना से मुकाबले के लिए राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में उन्हें विस्तार से जानकारी दी. इसके बाद सभी दलों के प्रतिनिधियों ने बारी-बारी से अपनी बातें रखीं.
सभी दलों ने सर्वप्रथम सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया. साथ ही, मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि संकट के इस समय में इस महामारी से मुकाबले के लिए राज्य सरकार जो भी कदम उठाएगी उसका वह समर्थन करेंगे. अधिकतर दलों ने राज्य सरकार की ओर से कोरोना से निपटने को उठाए गए कदमों की भी प्रशंसा की. इसके बाद सभी दलों ने बारी-बारी से अपनी बातें रखीं और लोगों के हित में विभिन्न कदम उठाने की मांग की. माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन के दौरान लोगों को राशन आदि में कोई परेशानी नहीं हो इसकी व्यवस्था की मांग की. साथ ही, कोरोना के चलते बाहर से आने वाले श्रमिकों व यहां के जरूरतमंद लोगों के भोजन आदि का प्रबंध करने की मांग की.
उन्होंने कोरोना से निपटने में केंद्र की ओर से कोई सहयोग नहीं किए जाने का मुद्दा भी उठाया और राज्य सरकार से सभी दलों को साथ लेकर केंद्र पर दबाव बनाने मांग की. वहीं, विधानसभा में विपक्ष के नेता व कांग्रेस विधायक अब्दुल मन्नान ने कहा कि राजनीतिक विद्वेष चाहे कितना भी क्यों न हो लेकिन अभी हम राज्य सरकार के हर कदम के साथ हैं। अभी आलोचना करने का समय नहीं है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को कोरोना से निपटने के लिए राज्यों को पैसा देना होगा. अकेले राज्य सरकार सबकुछ नहीं कर सकती है. केंद्र को आगे आना चाहिए। वहीं, भाजपा नेता जयप्रकाश मजूमदार ने कम्युनिटी स्क्रीनिंग पर जोर दिया। उन्होंने सभी जिलों व महकमों में कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के लिए सेफ हाउस की व्यवस्था करने की मांग की. साथ ही लॉकडाउन के दौरान नियमों का उल्लंघन करने व कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की.