लॉकडाउन के दौरान अनावश्यक सड़क पर उतरने वाले लोगों को बिहार पुलिस काफी जगहों पर बल प्रयोग कर उन्हें वापस घर जाने के लिए कह रही है. इससे बिहार पुलिस की छवि ऐसी बन गई है जैसे कि लाठी-डंडे के बिना लोगों को समझाना मुश्किल है.
हालांकि, बिहार पुलिस का एक मानवीय चेहरा भी लोगों के सामने है जहां अनावश्यक सड़क पर उतरने वाले लोगों के ऊपर बल प्रयोग न कर उन्हें हाथ जोड़कर समझाया जा रहा है और वापस अपने घर भेजा जा रहा है.
राजधानी पटना के कोतवाली थाना में सब-इंस्पेक्टर नवीन कुमार झा ऐसे ही कुछ पुलिसकर्मियों में से एक हैं जो लाठी डंडे के बल पर नहीं, बल्कि सड़क पर उतरने वाले लोगों को हाथ जोड़कर समझाते दिख रहे हैं.
दरअसल, देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही नवीन कुमार झा की ड्यूटी पटना के इनकम टैक्स चौराहे पर लगी हुई है, जहां पर वे लगातार अनावश्यक सड़क पर उतरने वाले लोगों को वापस भेज रहे हैं.
अपनी ड्यूटी के दौरान नवीन कुमार झा लगातार ऐसे लोगों के सामने हाथ जोड़कर उन्हें समझाते नजर आ रहे हैं जो बिना किसी काम के सड़कों पर तफरी मारने उतर जाते हैं.
सब इंस्पेक्टर नवीन कुमार झा का कहना है, 'मेरा हमेशा से मानना रहा है कि लाठी-डंडे की बदौलत नहीं, बल्कि लोगों को प्यार से समझाना ज्यादा बेहतर होता है. मैं ड्यूटी के दौरान लगातार लोगों से यही हाथ जोड़ कर अपील करता हूं कि वह बिना मतलब के सड़क पर ना उतरें.'