बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में हिंसा पर चिंता जताई है. देश की आंतरिक सुरक्षा पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक करने ओडिशा रवाना होने से पहले कोलकाता एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में ममता ने कहा-'जो कुछ हो रहा है, उससे हम सभी चिंतित हैं और हालात पर नजर रख रहे हैं. लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है.
दिल्ली में हिंसा की आग बंगाल न पहुंचे, इसे लेकर विशेष सर्तकता बरती जा रही है। राज्य सचिवालय से सूबे के सभी थानों को सतर्क किया गया है. खुफिया विभाग को भी निगरानी बढ़ाने को कहा गया है। कोलकाता के पुलिस आयुक्त अनुज शर्मा ने अपने सभी स्तर के अधिकारियों को पूरी तरह से मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है.
कोलकाता पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह पुलिस आयुक्त ने सभी उपायुक्तों, सहायक आयुक्तों और थाना प्रभारियों को इलाके में गश्त लगाने का निर्देश दिया। पुलिस कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्र से अधिक सूचनाएं जुटाने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री के साथ बैठक 28 फरवरी को भुवनेश्वर में होने वाली है. बैठक में बंगाल के अलावा झारखंड, सिक्किम, बिहार और ओडिशा के मुख्यमंत्री भी शिरकत करेंगे. पिछले साल यह बैठक बंगाल में हुई थी. राज्य सचिवालय नवान्न में हुई उस बैठक में तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए थे.
भुवनेश्वर में होने वाली बैठक के अलावा ममता और अमित शाह के बीच अलग से भी बैठक हो सकती है. हाल के समय में ममता ने सीएए व एनआसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ केंद्रीय गृहमंत्री पर भी जमकर हमला बोला है, उसके परिप्रेक्ष्य में इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ममता इस बैठक से पहले पुरी जाकर वहां के समुद्र तट का मुआयना करेंगी. वह पुरी के समुद्र तट को देखकर समझेंगी कि उसे किस तरह से विकसित किया गया है. उसी तर्ज पर ममता दीघा के समुद्र तट को विकसित करना चाहती हैं.