नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि डबल इंजन सरकार की कथनी-करनी में अंतर के चलते समाज में भेदभाव है. डॉ. अंबेडकर ने संविधान बनाकर दलितों को आरक्षण दिया था. सात दशक बाद भी भेदभाव खत्म नहीं हुआ। शोषितों, पीडि़तों को निशाना बनाया जा रहा है. गोलवलकर की किताब बंच ऑफ थॉट्स को संविधान की जगह लागू करने का प्रयास है. तेजस्वी संत रविदास की जयंती पर रवींद्र भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता रविदास चेतना मंच के प्रमुख शिवचंद्र राम ने की. संचालन लालबाबू राम ने किया.
तेजस्वी ने कहा कि देश का ज्वलंत मुद्दा नागरिकता कानून एवं एनआरसी को समझने की जरूरत है. यह बात 130 करोड़ हिंदुस्तानियों की है। सबको साबित करना पड़ेगा कि वह इस देश के नागरिक हैं या नहीं. समाज में विद्वेष फैलाकर कुछ लोग देश तोडऩे की कोशिश में हैं. सत्ता में बैठे लोगों का ध्यान बेरोजगारी पर नहीं है. देश के लोगों को ही रोजगार नहीं दे रहे हैं तो बाहर से बुलाकर कहां रखेंगे? तेजस्वी ने 23 फरवरी को वेटनरी मैदान में बेरोजगारी हटाओ सभा में सबसे आने की अपील की और कहा कि बेरोजगारी हटाकर रोजगार देने की दिशा में राजद काम करेगा. कार्यक्रम को राजद के प्रधान महासचिव आलोक मेहता, विधायक सूबेदार दास, राजेंद्र राम, चंदन राम ने भी संबोधित किया.
गौरतलब है कि 23 फरवरी से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार की यात्रा पर निकलने वाले हैं. इसके लिए हाइटेक बस को तैयार किया गया है. हालांकि, यात्रा शुरू होने से पहले ही बस को लेकर सियासी हलचल मच गया है और विरोधी अभी से हमलावर बन गए हैं. लेकिन, राजद नेता भी पूरी तैयारी के साथ सत्ता पक्ष पर हमला करने से नहीं चूक रहे हैं और कह रहे हैं कि आरोप लगाने वाले पहले अपने दलों के अंदर झांके.