बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. फिल्म को लेकर अच्छा खासा बज बना हुआ था लेकिन फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ जिससे फिल्म के बारे में निगेटिव इमेज बननी शुरू हो गई. दीपिका जेएनयू में छात्रों के खिलाफ हुई हिंसा के खिलाफ क्या हुईं सोशल मीडिया पर एक बड़ा तबका उनके खिलाफ होता नजर आने लगा.
फिर चीजें कुछ इस तरह से हुईं कि पूरी तस्वीर ही बदलती चली गई. एक तरफ जहां सोशल मीडिया पर राकेश और नदीम नाम ट्रेंड करने लगे तो दूसरी तरफ बड़े-बड़े राजनेताओं ने बिना मामले की तह तक जाए दीपिका की फिल्म के खिलाफ बयान देने शुरू कर दिए. सोशल मीडिया पर लोगों ने फिल्म की टिकटों की फेक तस्वीरें पोस्ट करनी शुरू कर दीं जिनके साथ ये दावा दिया गया कि उन्होंने अपने शो की बुकिंग कैंसिल कर दी है.
This thread 👌🏻😂 https://t.co/KpGJ0BjoJP— Raveena Tandon (@TandonRaveena) January 8, 2020
Ishkaran is drafting a legal notice to Deepika Padukone & producers, if they have changed name of accused from Muslim in real life to a Hindu name.— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 8, 2020
That is defamation.
For details follow @ishkarnBHANDARI
तो क्या ये सब दीपिका पादुकोण की बहुचर्चित फिल्म छपाक के खिलाफ सोच-समझकर चलाया जा रहा निगेटिव कैंपेन है? एक्ट्रेस रवीना टंडन ने कुछ मोबाइल स्क्रीनशॉट शेयर किए जिसमें दिखाया गया था कि किस तरह कुछ लोग फिल्म की टिकट कैंसिल करने की बात कहते हुए एक ही तस्वीर को लगातार शेयर करते चले जा रहे हैं.
एक्ट्रेस कंगना रनौत की बहन और उनकी मैनेजर रंगोली चंदेल जिन्होंने शुरू में दीपिका की तारीफ की थी वो बाद में दीपिका के खिलाफ हो गईं लेकिन फिल्म की उन्होंने तारीफ करना जारी रखा. बिना जाने सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी एक लॉयर का ट्वीट रीट्वीट कर दिया जिसमें फिल्म की जांच करने के बाद उस पर केस किए जाने की बात कही थी.
जब छापी गई झूठी खबर
कमाल की बात ये भी है कि दीपिका की फिल्म के खिलाफ होने वाली ये सारी चीजें उनके जेएनयू जाने के बाद शुरू हुईं. क्या ऐसा जानबूझकर किया गया होगा ये सवाल इसलिए भी उठता है क्योंकि दीपिका की फिल्म के खिलाफ स्वराज नामक मैगजीन में झूठी खबर छपी. जिसमें लिखा गया कि फिल्म में तेजाब फेंकने वाले किरदार का नाम हिंदू रखा गया है जबकि वास्तविक कहानी में वह मुस्लिम था.