बंगाल के राज्यपाल व राज्य के अधीन विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति जगदीप धनखड़ ने सूबे के विश्र्वविद्यालयों में 'गंभीर स्थिति' पर चर्चा के लिए सभी वाइस चांसलरों और प्रदेश के शिक्षा सचिव की बैठक बुलाई है. बता दें कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को राज्यपाल धनखड़ को जाधवपुर विश्र्वविद्यालय में प्रवेश करने से रोक दिया और काले झंडे भी दिखाए.
मंगलवार को राजभवन में आयोजित प्रेस वार्ता में धनखड़ ने कहा कि उन्होंने आगामी 13 जनवरी को सभी कुलपति और राज्य शिक्षा सचिव की बैठक बुलाई है. साथ ही यूनिवर्सिटी के हालात पर चर्चा के लिए सीएम ममता बनर्जी के साथ बैठक करने की भी इच्छा जाहिर की.
उन्होंने कहा कि इस बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा होगी। इसके अलावा इस संबंध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिख सूचित किया है. पत्र में लिखा गया है कि राज्य में विश्वविद्यालयों के बिगड़ते हालात पर मुख्यमंत्री कैसे चुप रह सकती हैं. उन्होंने कहा 'राज्य के विश्वविद्यालयों में स्थिति बहुत गंभीर है .
उन्होंने कहा, यूनिवर्सिटी में अभी के हालात बहुत गंभीर हैं. राज्य सरकार की तरफ से राज्यपाल की शक्तियों और कार्यविधि को कमजोर किए जाने का प्रयास हो रहा है. राज्यपाल से सभी वाइस चांसलरों से एक हफ्ते पहले ही लिखित में चिंताएं देने को कहा है.
राज्यपाल ने कहा, यह बिल्कुल पॉलिसी पैरालिसिस की स्थिति है. राज्य सरकार ने सभी यूनिवर्सिटी को बंधक बना लिया है। गौरतलब है कि राज्यपाल विश्र्वविद्यालय के वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लेने गए थे. ममता बनर्जी सरकार के साथ चल रही रस्साकशी के बीच धनखड़ विश्र्वविद्यालय पहुंचे जहां करीब 50 लोगों ने उनका रास्ता रोक लिया. ऐसा बताया जा रहा है कि ये लोग सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के श्रमिक संघ की शाखा से जुड़ी शिक्षा बंधु समिति के सदस्य थे. धनखड़ आयोजन स्थल तक जाने के लिए जब अपनी कार से उतरे तो प्रदर्शनकारियों ने 'वापस जाओ', 'नो एनआरसी, नो सीएए' के नारे लगाए.'