प्रियंका गांधी शनिवार को लखनऊ में रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं, जिन्हें फेसबुक पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पोस्ट लिखने पर गिरफ्तार किया गया है. प्रियंका का आरोप है कि जब वो दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोका. जिसके बाद वो पैदल चलने लगीं तो एक महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का देकर गिराया और गला दबाया.
प्रियंका गांधी के आरोपों के बाद कांग्रेस ने योगी सरकार पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया. कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि प्रियंका के साथ बदसलूकी हुई है, ये शर्मनाक है और इस घटना की जांच होनी चाहिए.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, 'नौटंकी'
कांग्रेस भले ही हमलावर है, मगर योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रियंका के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और प्रियंका के आरोपों को नौटंकी कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रियंका झूठ बोल रही हैं. प्रियंका गांधी के बयान पर टिप्पणी करते हुए बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट किया है कि प्रियंका गांधी झूठ बोल रही हैं, उनका पूरा परिवार झूठ पर ही पनपता है, थूको और भागो की नीति से अस्थायी शोहरत तो मिल सकती है, मगर वोट नहीं. प्रियंका की नौटंकी की निंदा होनी चाहिए.
#PriyankaVadralies the family thrives on lies only, theory of spit and run will give you temporary publicity but not votes. Nautanki of #PriyankaVadra should b condemned— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) December 28, 2019
श्रीकांत शर्मा ने लगाए कांग्रेस पर गंभीर आरोप
योगी सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है. श्रीकांत शर्मा ने ट्वीट किया है, "शांत प्रदेश कांग्रेस को पच नहीं रहा है. शुक्रवार शान्ति से गुजरा तो अगले ही दिन पुलिस को घेरने और उपद्रवियों का हौसला बढ़ाने के लिए कांग्रेस नेता यूपी में सक्रिय हो गए. प्रदेश को फिर से जलाने का षड्यंत्र सफल नहीं होगा.
शांत प्रदेश @INCIndia को पच नहीं रहा है। शुक्रवार शान्ति से गुजरा तो अगले ही दिन पुलिस को घेरने और उपद्रवियों का हौसला बढ़ाने के लिए कांग्रेस नेता यूपी में सक्रिय हो गए। प्रदेश को फिर से जलाने का षड्यंत्र सफल नहीं होगा। @BJP4India @BJP4UP— Shrikant Sharma (@ptshrikant) December 28, 2019
घटना का वीडियो भी आया सामने
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें एक महिला पुलिस अधिकारी प्रियंका गांधी को रोकते हुए दिखाई देती है. लेकिन प्रियंका उन्हें हटाकर आगे बढ़ जाती हैं. लेकिन प्रिंयका ने इस पूरे घटनाक्रम का जो ब्यौरा पेश किया है. वैसा कम से कम इस वीडियो में दिखाई नहीं देता है. लेकिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी साफ-साफ दावा कर रही हैं कि लखनऊ में महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें गले से पकड़ा और हाथापाई की.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी को एस आर दारापुरी जी के परिजनों से मिलने से रोका, कोई कारण तक नहीं बताया गया। सवालों का जवाब न देकर यूपी पुलिस ने उनके साथ हाथापाई की। पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए है या उन पर अत्याचार के लिए? #UPMeinGundaraj pic.twitter.com/qVY7vaNj6y— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 28, 2019
जो वीडियो सामने आया है उसमें एक पुलिस अधिकारी उन्हें रोकने की कोशिश तो करती है. इस दौरान प्रियंका गांधी अपने गले में पड़ी शॉल को खींचकर आगे बढ़ जाती हैं. जिसे पहले प्रियंका गांधी और फिर कांग्रेस पार्टी. प्रियंका गांधी के साथ धक्का-मुक्की, खींचतान, हाथापाई और गला दबाने की कोशिश करार दे रही है.