सहारा की 'सिल्वर आंट' दुनिया की ज्ञात 12000 चीटी की प्रजातियों में सबसे तेज है. इस चींटी की रफ्तार एक मीटर प्रति सेकंड नापी गई है. दूसरे शब्दों में बताएं तो यह छह पैरों वाली यह चींटी प्रति सेकेंड अपनी लंबाई का 108 गुना हिस्सा कवर करती है.
गति के मामले में इस चींटी से दो ही जीव आगे हैं, जिनमें से एक ऑस्ट्रेलिया के बीटल प्रजाति का टाइगर बीटल और कैलिफोर्निया का कोस्टल माइट (घुन) है.
आकार और वजन के हिसाब से इन जानवरों के समकक्ष आने के लिए दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट को 200 मीटर प्रति सेकंड के गति से दौड़ना होगा.
'एक्सपेरिमेंटल बॉयोलॉजी' नामक जर्नल में शोधकर्ताओं ने बताया कि सहारा की यह चींटी उस रेत में चलती है जहां दिन के समय तापमान 60 डिग्री सेल्सियस (140 डिग्री फॉरेनहाइट) तक पहुंच जाता है.
जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ उल्म और फ्रीबर्ग के शोधकर्ताओं की टीम ने ट्यूनिशिया के रेगिस्तान में इस चींटी पर अध्ययन किया. शोधकर्ता यह जानना चाहते थे कि चींटी की गति का तापमान से कहीं संबंध तो नहीं है. इस दौरान शोधकर्ता चींटी को लैब में ले आए. लैब में 10 डिग्री सेल्सियस तक कम तापमान में चींटी को छोड़ा गया तो उसकी गति आश्चर्यजनक जनक रूप से एक तिहाई से ज्यादा घट गई.