चले थे नया पाकिस्तान बनाने, एक साल में इमरान खान लाए सिर्फ भुखमरी-महंगाई


पाकिस्तान की इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ सरकार (पीटीआई) के एक साल पूरे होने पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. मीडिया को संबोधित करते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा, नाकाबिल पीटीआई सरकार अपने संबोधन में अपनी असफलताओं की कहानी सुनाएगी और 'सिलेक्टेड पीएम इमरान खान' झूठ के सारे रिकॉर्ड तोड़ देंगे.

इमरान खान की सरकार ने एक साल के कामकाज की रिपोर्ट पेश की जिसे विपक्ष ने सिरे से खारिज कर दिया. पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम ने सरकार से सवाल किया कि काला धन वापस लाने का दावे का क्या हुआ? मरियम ने आगे कहा कि सरकार का प्रदर्शन केवल अंडे, मुर्गे और बकरियों तक ही सीमित रहा.

मरियम ने इमरान को घेरते हुए कहा, "लोगों के वोट की चोरी किए हुए उन्हें एक साल हो गया है लेकिन पीएम अभी भी बिल्कुल संतुष्ट हैं. हम इकलौते ऐसे देश हैं जिसकी वृद्धि दर चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के बावजूद 5.8 फीसदी है. एक साल के भीतर ही भुखमरी, महंगाई और बेरोजगार की सुनामी आ गई है."

उन्होंने कहा, गैस और बिजली की दरों में भी 200 और 35 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. एक साल के भीतर महंगाई दर 3 फीसदी से बढ़कर 10.3 फीसदी तक पहुंच गई है और सरकारी खर्च 18 फीसदी बढ़ गए हैं. अगर इमरान खान इतनी ही फिजूलखर्ची रोक रहे हैं तो फिर सरकारी व्यय में इतनी बढ़ोतरी कैसे हो गई? यह पैसा स्वास्थ्य या शिक्षा क्षेत्र में खर्च किया जा सकता था.

मरियम ने कहा, इमरान कहा करते हैं कि अगर नेता चोर होते तो लोग टैक्स नहीं भरते, लेकिन टैक्स कलेक्शन में 600 अरब रुपए का घाटा दिख रहा है. पाकिस्तानी रुपया कमजोर होकर डॉलर के मुकाबले 160 रुपए का हो गया है. यह अब तक की सबसे अयोग्य सरकार है. एक साल में 15 करोड़ लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई और उनकी सरकार में केवल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा संगठन (आईएमएफ) की टीम को ही रोजगार मिला. दरअसल, इमरान खान की सरकार में आईएमएफ के कई पूर्व सदस्यों को शामिल किया गया है जिसे लेकर मरियम ने तंज कसा.

सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली ने कहा कि पीटीआई सरकार ने एक साल के भीतर कोई भी अच्छा काम नहीं किया जिसको गिनाया जा सके. इमरान की सरकार प्रांतीय सरकारों को काम भी नहीं करने देती.
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