25 अक्टूबर से मौसम में बड़ा बदलाव, बंगाल में ठंड की दस्तक


कोलकाता: तेरह अक्टूबर को पश्चिम बंगाल से औपचारिक रूप से मॉनसून ने विदाई ले ली है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से जुड़ा नया मौसम परिवर्तन अब देश के दक्षिणी हिस्सों को प्रभावित कर सकता है। यूरोपीय संघ के अधीन संस्था “वेदर फोरकास्टिंग सिस्टम” ने दावा किया है कि 25 अक्टूबर की तड़के 3 बजे दक्षिण अंडमान सागर में, इंदिरा पॉइंट के पास, बंगाल की खाड़ी में एक अत्यंत शक्तिशाली निम्नचाप क्षेत्र का गठन होगा।

रिपोर्ट के अनुसार, यह निम्नचाप अंडमान सागर से आगे बढ़ते हुए जलवाष्प इकट्ठा करेगा और भारत के मुख्य भूमि की ओर अग्रसर होगा। 27 अक्टूबर की सुबह यह तमिलनाडु तट के पास पहुंच सकता है। इसके बाद यह पुडुचेरी तट होते हुए पश्चिम दिशा में अरब सागर की ओर जा सकता है। हालांकि, संभावना यह भी है कि यह प्रणाली तमिलनाडु से बंगाल की खाड़ी की ओर लौटकर आंध्र या ओडिशा तट पर भी टकरा सकती है।

यदि यह निम्नचाप अरब सागर की ओर बढ़ता है, तो पश्चिम बंगाल के लिए यह राहत की खबर होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि यह सिस्टम आसपास की हवा में मौजूद जलवाष्प को अपनी ओर खींच लेगा। इसके परिणामस्वरूप बंगाल का आसमान साफ और धूप भरा रहेगा, आर्द्रता कम होगी, और सर्दी की हल्की आहट महसूस होने लगेगी।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5-7 दिनों तक बंगाल में भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है। मंगलवार को उत्तर और दक्षिण बंगाल के अधिकांश जिलों में बारिश नहीं होगी। हालांकि, उत्तर व दक्षिण 24 परगना और पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, साथ ही 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

कोलकाता, हावड़ा, हुगली और झाड़ग्राम में भी कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। पश्चिमी जिलों में तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है। कोलकाता में आने वाले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।

काली पूजा तक राज्य में कहीं भारी बारिश की संभावना नहीं है। मॉनसून के जाने के बाद हवा में नमी कम हो रही है। सुबह के समय कुछ जिलों में हल्का कोहरा देखा जा सकता है, जबकि दिन चढ़ने के साथ तापमान में हल्की वृद्धि होगी।

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