कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की चुनावी राजनीति में एंट्री हो सकती है. सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली होने वाले वायनाड सीट से चुनाव में उतर सकतीं हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी 18 वीं लोकसभा चुनाव में 2 सीटों से चुनाव में उतरे थे. केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट दोनों ही जगहों पर उन्हें जीत मिली थी. चर्चा है कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश से ही लोकसभा का प्रतिनिधित्व करेंगे. वायनाड सीट वो छोड़ने वाले हैं. इस सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रियंका गांधी कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार हो सकती हैं.
रायबरेली सीट रखने के लिए यूपी के कांग्रेस नेता राहुल पर दबाब बना रहे हैं. अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने भी कहा है कि राहुल रायबरेली रखें. राहुल रायबरेली और वायनाड दोनों जगह का दौरा कर वहां की जनता का धन्यवाद कर चुके हैं. वायनाड की जनता की भी मांग है कि गांधी परिवार का ही कोई सदस्य चुनाव लड़े. राहुल ने वायनाड में कहा है कि वो यहां से ऐसा उम्मीदवार देंगे कि वहां की जनता भी खुश हो जाएगी. दिल्ली में भी पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक मुलाक़ात में भी राहुल गांधी ने कुछ ऐसे ही संकेत दिए. राहुल गांधी ने कहीं भी साफ़ शब्दों में यह नहीं कहा है कि प्रियंका गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी ऐसे में इस बात की बहुत संभावना है कि प्रियंका गांधी वायनाड से लोकसभा का उपचुनाव लड़ें..राहुल गांधी के वायनाड से इस्तीफ़ा देने के 6 महीने के अंदर उपचुनाव होगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड में एक जनसभा में कहा, "मैं आपसे जल्द ही मिलने की उम्मीद करता हूं. मेरे सामने दुविधा यह है कि मैं वायनाड का सांसद बना रहूं या रायबरेली का. मुझे उम्मीद है कि वायनाड और रायबरेली दोनों ही मेरे फैसले से खुश होंगे." बता दें कि लोकसभा चुनाव में दूसरी बार वायनाड से शानदार जीत हासिल करने के बाद राहुल गांधी आज पहली बार केरल पहुंचे. इस दौरान वह पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करना नहीं भूले. उन्होंने कहा कि वह भगवान की बजाय देश के लोगों से बातचीत करते हैं. वही लोग उनको बताते हैं कि आखिर करना क्या है.
राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव की लड़ाई देश के संविधान की रक्षा के लिए थी. इस लड़ाई में नफरत को प्यार ने और अहंकार को विनम्रता ने हरा दिया. इसके साथ ही राहुल गांधी ने केंद्र की नई सरकार को 'अपंग सरकार' करार दिया. बता दें कि साल 2019 में भी राहुल गांधी ने वायनाड सीट से जीत हासिल की थी. एक बार फिर भी वायनाड ने उन पर भरोसा जताया है. साथ ही रायबरेली की जनता ने भी उन पर विश्वास जताया है. अब नियम के मुताबिक राहुल गांधी दो जगह से सांसद नहीं रह सकते. उनको एक सीट छोड़नी होगी.
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