कोलकाता: असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को संदेशखाली में हुई घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में व्यापक भय का माहौल बना हुआ है. इसके बाद पश्चिम बंगाल के बारासात में एक चुनावी रैली में डॉ. सरमा ने कहा कि पूरे राज्य में डर का माहौल है. किसी और सबूत की आवश्यकता नहीं है. यहां सिर्फ एक घंटा बिताने से संदेशखाली जैसी गंभीर स्थिति का पता चलता है.
उन्होंने कहा कि बंगाल आने के बाद दिख रहा है कि डर का माहौल है और सबूत की जरूरत नहीं है. जो भी यहां एक घंटा बिताएगा, उसे पता चल जाएगा कि संदेशखाली की स्थिति क्या है. संदेशखाली की छवि पश्चिम बंगाल के लिए अच्छी नहीं है.
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि तृणमूल और ममता बनर्जी इसे नहीं समझते हैं. उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि संदेशखाली की नकारात्मक छवि बंगाल की खराब कानून व्यवस्था की ओर इशारा है.
उन्होंने चेतावनी दी, "यहां के पीड़ित लोगों की कहानियां सुनकर बहुत दुख हुआ. घटनाओं की गंभीरता को नकारा नहीं जा सकता. अगर यह जारी रहा, तो एक समय आएगा जब लोग पश्चिम बंगाल से भाग जाएंगे. राज्य को आतंकवादियों के लिए आश्रय स्थल के रूप में लेबल किए जाने का खतरा है."
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